Dhanbad: जिला प्रशासन इन दिनों अवैध निर्माण को लेकर सख्त है. इसी के तहत जिले के झरिया के जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के अंतर्गत डिगवाडीह स्थित सिंफर में आज प्रशासन का बुलडोजर चला. अतिक्रमण मुक्त करने के लिए धनबाद एसडीएम सुरेंद्र कुमार पूरी टीम के साथ थे. उनके अलावा सिन्द्री एसडीपीओ अजित कुमार, झरिया सीईओ राजेश कुमार और सिंफर के डायरेक्टर पी के सिंह सहित भारी संख्या में पुलिस बल थी. टीम के आते ही अतिक्रमण कार्य शुरू कर दिया गया.
अतिक्रमण के दौरान ग्वाला पट्टी के लोगो ने प्रसासन का विरोध किया. इसके बाद भी जिला प्रसासन ने तीन घरों का ध्वस्त कर दिया. इसमें मनोहर राउत, राजेन्द्र यादव और भोला राम के घर शामिल हैं. इसकी खबर जब झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को मिली तो वे उक्त स्थल पर पहुंची. उन्होंने जिला प्रशासन से अतिक्रमण कार्य रोकने की विनती की. विधायक की बात पर कार्य रोक दिया गया. फिर वार्ता हुई.
पूर्णिमा सिंह ने कहा कि उक्त जमीन राज्य सरकार की नही है. केंद्र सरकार की है. इसमें विस्थापन को लेकर कई प्रावधान नहीं हैं. यहां आपसी सहमति बनाने की जरूरत है. कहा कि जिनका घर आज अतिक्रमण के दौरान तोड़ा गया है उन लोगो के लिए अस्थाई तौर पर रहने की व्यवस्था कि जा रही है.
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पंद्रह दिनों का दिया समय
वार्ता के बाद धनबाद एसडीएम सुरेन्द्र कुमार ने कहा कि फिलहाल ग्रामीणों को 15 दिनों का समय दिया गया है. यह जमीन केंद्र सरकार की है. अवैध ढंग से रहने वालों को हर हाल में छोड़ना पड़ेगा. जो समय दिया गया है उसमें वे अपना घर तलाश लें.
वहीं ग्वाला पट्टी के लोगो का कहना है कि पूर्वजो से उक्त स्थल पर खुद के पैसे से झोपड़ी बनाकर रह रहें है. ऐसे में दूसरे स्थल पर जाना काफी कठिन है. मजदूरी कर जीवनयापन करते हैं. इतनी जल्दी दूसरी जगह झोपड़ी का निर्माण नहीं कर सकते हैं.
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