Ranchi: कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से लगभग 9 महीनों से झारखंड हाईकोर्ट में ऑनलाइन सुनवाई चल रही थी. साथ ही राज्य के सभी जिला अदालतों में फिजिकल कोर्ट में मुकदमों की सुनवाई बंद कर दी गयी थी. मगर सोमवार को झारखंड हाईकोर्ट की एक खंडपीठ ने फिजिकल कोर्ट में मुकदमों की सुनवाई की.
क़रीब 9 महीने बाद झारखंड में सबसे पहली फिजिकल सुनवाई जस्टिस एचसी मिश्रा और जस्टिस राजेश कुमार की अदालत में हुई. दोनों न्यायाधीशों की खंडपीठ में कुल 10 मामले सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किये गये थे. कोरोना वायरस के मामलों में थोड़ी कमी होने के बाद से ही राज्यभर के अधिवक्ताओं ने अपनी बात रखी थी. और फिजिकल कोर्ट में सुनवाई शुरू करने की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की थी.जिसके बाद बार और बेंच की बैठक भी हुई. इस बीच परीक्षण के तौर पर झारखंड हाईकोर्ट में एक खंडपीठ की ओर से फिजिकल सुनवाई शुरू की गयी.
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फिजिकल कोर्ट के दौरान वकीलों में दिखा जोश
लंबे समय बाद एक्सपेरिमेंटल बेसिस पर शुरू हुई फिजिकल कोर्ट को लेकर हाईकोर्ट के वकीलों में काफी उत्साह दिखा. 9 माह के बाद जिस पहले मामले की सुनवाई आमने सामने की गयी, वो क्रिमिनल अपील से जुड़ा हुआ मुकदमा था.
हालांकि इस दौरान राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से जारी कोविड 19 गाइडलाइन का पालन किया गया. अब राज्य की निचली अदालतों में भी फिजिकल सुनवाई शुरू करने पर भी सहमति बन गयी है.
वहीं जिला अदालतों में फिजिकल कोर्ट में सुनवाई शुरू करने को लेकर झारखंड हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस और स्टेट बार काउंसिल के प्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. जिसमें फिजिकल कोर्ट की शुरुआत कैसे हो इस पर मंथन किया गया था. वकीलों को उम्मीद है कि जिला अदालतों में भी जनवरी माह के अंतिम सप्ताह में फिजिकल कोर्ट में सुनवाई शुरू हो जाएगी.
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