Ranchi: गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे के खिलाफ एक दिन में की गयी पांच एफआईआर के खिलाफ बीजेपी चुनाव आयोग पहुंची. प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा के नेतृत्व में पहुंची टीम ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रविकुमार से मुलाकात कर इस संबंध में ज्ञापन सौंपा. डॉ प्रदीप वर्मा ने कहा कि देवघर जिला प्रशासन राज्य के सत्ताधारी गठबंधन दलों के फ्रंटलाइन वर्कर की तरह काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि सांसद के खिलाफ देवघर जिला प्रशासन की की गयी कार्रवाई दुर्भावना से प्रेरित है.
निशिकांत को जानबूझ कर किया रहा परेशान और अपमानित
उन्होंने कहा कि आज न कोई आचार संहिता लागू है, न कोई चुनाव हो रहा है. फिर भी महीनों पुराने ट्वीट को आधार बनाकर एफआईआर कराना एक चुने हुए जनप्रतिनिधि को जानबूझकर परेशान व अपमानित करने की मानसिकता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि आज देवघर में वही पदाधिकारी उपायुक्त हैं, जिसके खिलाफ चुनाव आयोग ने संज्ञान लेते हुए उन्हें चुनाव कार्य से मुक्त किया था. इस संदर्भ में आज महीनों बाद एफआईआर दर्ज करायी जा रही है, उसका निष्पादन चुनाव आयोग ने पहले ही कर दिया है, फिर उसपर कार्रवाई कराना दुर्भावना से प्रेरित है.
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दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा करें राज्य निर्वाचन पदाधिकारी
प्रदीप वर्मा ने कहा कि अगर लगातार तीन बार से गोड्डा संसदीय क्षेत्र की जनता द्वारा चुने जा रहे लोकप्रिय जन प्रतिनिधि के खिलाफ राज्य सरकार ऐसी कार्रवाई कर रही है तो आम आदमी के साथ कैसा व्यवहार ज़िला प्रशासन करता होगा, यह सोचने वाली बात है. उन्होंने कहा कि देवघर ज़िला प्रशासन की दुर्भावनापूर्ण ऐसी कार्रवाई की प्रदेश बीजेपी कड़ा विरोध करती है और राज्य निर्वाचन पदाधिकारी से अनुरोध करती है कि इस मामले को गंभीरतापूर्वक संज्ञान में लेते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा करें. प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा, प्रदेश मीडिया प्रभारी शिवपूजन पाठक और चुनाव आयोग संपर्क विभाग के सह संयोजक सुधीर कुमार श्रीवास्तव शामिल थे.