Patna : बिहार में कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर से सवाल उठने लगे हैं. इंडिगो के एयरपोर्ट मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या के बाद नीतीश सरकार पर कई तरह के सवाल उठ खड़े गये हैं. वहीं विपक्ष भी लगातार बीजेपी-जेडीयू के गठबंधन वाली सरकार पर भी कानून व्यवस्था को लेकर हमलावर है. इसी कड़ी में नीतीश कुमार भी हत्याकांड पर सवाल को लेकर पत्रकारों पर भड़क गये. सुशासन बाबू ने भड़कते हुए ही पत्रकारों के सवाल पूछ डाला कि जंगलराज भूल गये क्या?
सीएम नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि, आप सब ये ना भूलें कि अपराध को लेकर कार्रवाई हो रही है. साथ ही कहा कि रूपेश हत्याकांड की जांच हो रही है और ये घटना बहुत दुखद भी है. वहीं गुस्से में आकर नीतीश कुमार ने कहा कि अपराधी किसी से पूछकर अपराध नहीं करता. कहा कि पत्रकारों को ऐसे सवाल पूछने ही नहीं चाहिए. पुलिस अपना काम कर रही है. और उनके काम पर सवाल खड़े करके हतोत्साहित नहीं करना चाहिए. क्योंकि पुलिस इस केस में अच्छे से अपना काम कर रही है.
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पत्रकारों के पास हो जानकारी तो पुलिस को दें – नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने पत्रकारों से कहा कि यदि इस केस से संबंधित कोई भी जानकारी पुलिस को मिलती है. तो उन्हें इसकी सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए. इससे आगे नीतीश ने लालू राज की बात पत्रकारों को याद दिलायी. कहा कि पत्राकारों को यह भी बताना चाहिए कि बिहार में 2005 के पहले कैसे हालात थे? प्रदेश में कैसे और कितने अपराध होते थे. तो क्या आज वही स्थिती है. आज के समय में अपराध के मामले में बिहार 23वीं नंबर पर है. इससे आगे कहा कि कहीं भी किसी की हत्या हो जाना दुखद है. इसकी जांच हो रही है और अपराधियों के पकड़े जाने पर स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा. कहा कि डीजीपी ने मुझे आश्वस्त किया है कि इस केस की पूरी जांच की जा रही है. साथ ही इस बात का भी खुलासा होना चाहिए कि हत्या के पीछे वजह क्या है.
इससे आगे नीतीश कुमार ने पत्रकारों से सवाल किया कि, मैं आपसे पूछता हूं कि पति-पत्नी के राज जैसे अपराध हुआ, उसे मीडिया ने हाईलाइट क्यों नहीं करती है. कानून व्यवस्था को लेकर सीएम और पत्रकारों के बीच बहस हुई. सीएम ने कहा कि आपसभी को कोई भी जानकारी मिले तो डीजीपी को इत्तला करें. जिसपर पत्रकारों ने कहा कि डीजीपी साहब तो फोन ही नहीं उठाते हैं. जिससे नीतीश बाबू ने तुरंत डीजीपी को फोन लगा दिया.
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