Kiriburu : सारंडा जंगल के छोटानागरा थाना अन्तर्गत दुबिल गांव निवासी कैरा चाम्पिया (45 वर्ष) की मृत्यु 15 नवम्बर को इलाज के अभाव में हो गई. इससे ग्रामीणों, मृतक का बेटा व परिवार के सदस्यों में और्स इंडिया कंपनी के खिलाफ आक्रोश है. मृतक कैरा चाम्पिया के पांच बेटे कांडे चाम्पिया, सिद्यू चाम्पिया, वीदू चाम्पिया, मंदरू चाम्पिया और कृष्णा चाम्पिया हैं. इन्होंने बताया कि मृतक उक्त कंपनी का मजदूर के रूप में सेल की चिड़िया खदान में कार्य करता था. पिछले कुछ महीनों से उक्त कंपनी द्वारा चिड़िया खदान से मनोहरपुर तक बनाई जा रही सड़क निर्माण के कार्य में बतौर मजदूर लगाया था.
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जंगल के अंदर अन्य मजदूरों के साथ उसे भी तंबू में रखा जा रहा था. इसी दौरान उसे बुखार हो गया, लेकिन कंपनी प्रबंधन ने कैरा का इलाज कराए बगैर दुबिल गांव स्थित उसका घर भेज दिया. सोमवार को बीमारी की वजह से उसने दम तोड़ दिया. कैरा की पत्नी की मृत्यु पहले ही हो चुकी है जबकि वह मजदूरी कर अपने पांच बेटों को पाल रहा था. उसकी मृत्यु के बाद बेटों के सामने आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गई है. कंपनी प्रबंधन मृतक के आश्रित को मुआवजा व कम से कम एक बेटा को रोजगार दे ताकि भरण-पोषण हो सके.