NewDelhi : भाजपा के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने सावरकर पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करने वाले कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधा है. बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी ने कई साल पूर्व लिखा गया एक पुराना दस्तावेज साझा किया है. इस दस्तावेज को साझा करते हुए स्वामी ने पूछा है कि वीर सावरकर को इंदिरा गांधी द्वारा दिये गये समर्थन पर कांग्रेस क्या कहेगी?
What will Congi say to this endorsement by Indira Gandhi of Veer Savarkar? pic.twitter.com/zwJ8l5CSBG
— Subramanian Swamy (@Swamy39) November 18, 2021
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स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में वीर सावरकर का अपना महत्व है
सुब्रमण्यम स्वामी ने 1980 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी द्वारा लिखे गये एक पत्र को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है. यह पत्र इंदिरा गांधी ने स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के तत्कालीन सचिव पंडित बाखले को 20 मई 1980 को लिखा था, जिसमें सावरकर की जन्म शताब्दी मनाने का जिक्र था.
इंदिरा गांधी ने लिखा था कि मुझे आपका 8 मई 1980 का पत्र मिला है. हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में वीर सावरकर के द्वारा ब्रिटिश शासन की अवज्ञा किए जाने का अपना महत्व है. मैं भारत के इस सपूत की जन्मशती मनाने की योजना की सफलता की कामना करती हूं. इंदिरा गांधी द्वारा लिखे गये पत्र को शेयर करते हुए सुब्रमण्यम स्वामी ने पूछा, इंदिरा गांधी द्वारा वीर सावरकर के इस समर्थन पर कांग्रेस क्या कहेगी?
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मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं बल्कि राहुल गांधी है
जान लें कि कांग्रेस पार्टी के नेता आये दिन सावरकर को लेकर बयान देते रहते हैं और उनपर अंग्रेजों से माफ़ी मांगने का आरोप लगाते रहते हैं. दो साल 2019 में दिल्ली के रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में राहुल गांधी ने वीर सावरकर का जिक्र करते हुए कहा था कि उनका नाम राहुल सावरकर नहीं बल्कि राहुल गांधी है. मैं मर जाऊंगा, लेकिन सच के लिए माफी नहीं मांगूंगा.
पिछले दिनों केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा दिये गये एक बयान के बाद से ही सावरकर फिर से सुर्खियों में हैं. राजनाथ सिंह ने कहा था कि सावरकर के खिलाफ झूठ फैलाया गया कि उन्होंने अंग्रेजों के सामने माफीनामा दिया. लेकिन सच्चाई ये है कि उन्हें महात्मा गांधी ने कहा था कि दया याचिका दायर कीजिए. गांधी के कहने पर उन्होंने याचिका दी थी.