Jamshedpur : ट्रांसजेंडर्स की सुरक्षा और अधिकार की लड़ाई लड़ रही गैर सरकारी संस्था प्यूपल फॉर चेंज के बैनर तले जमशेदपुर के ट्रांसजेंडर्स ने शनिवार को डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन किया. सभी भारतीय संविधान में वर्णित प्रावधानों के तहत अधिकार और सुरक्षा की मांग कर रहे थे. संजना किन्नर ने बताया कि आज भी उन्हें समाज में कुदृष्टि से देखा जाता है. उनके साथ भेदभाव किया जाता है, जबकि भारतीय संविधान में उनके अधिकार सुरक्षित किए गए हैं. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने भी आदेश पारित किया है, लेकिन उसका पालन नहीं हो रहा है. संजना किन्नर ने बताया कि शहर की कई संस्थाएं ट्रांसजेंडर्स के हित में कार्य कर रही हैं. उनमें एक प्यूपल फॉर चेंज संस्था है, जो पिछले 11 वर्षों से महिलाओं, बच्चों और युवाओं के हित के लिए काम कर रही है. यह संस्था मुख्य रूप से समाज के उन लोगों के लिए कार्य करती है जिन्हें बराबरी का दर्जा और मौके नहीं मिलते हैं. जैसे गरीब, दलित और किन्नर समुदाय के लोग जो समलैंगिक हैं. संस्था का यह मानना है कि हर व्यक्ति को समाज में बराबर का मौका और सम्मान दिया जाना चाहिए. संजना किन्नर ने बताया कि संस्था के प्रयासों के अलावे सरकार और प्रशासन का भी दायित्व बनता है कि वे अपना कानूनी फर्ज निभाएं. कम ही लोगों का नाम मतदाता सूची में शामिल किया गया है. इसी तरह कई किन्नरों का आधार और राशन कार्ड नहीं बना है. सामाजिक कल्याण की सुविधाएं नहीं मिलती हैं.
किन्नरों के लिए हेल्थ हेल्पलाइन संस्था ने किया है शुरु
प्यूपल फॉर चेंज के संस्थापक सह ट्रस्टी सौविक साहा ने बताया कि संस्था अपने सामाजिक दायित्व के तहत विगत 10 हफ्तों के अन्तराल में 750 किन्नरों को 3500 राशन के किट, दवाइयां और कोरोना महामारी के वक्त जरुरी चीजों को मुहैया करवाया. यह संस्था किन्नरों के सामाजिक उत्थान के प्रति कार्यरत है और इस बात को सुनिश्चित करती है कि किन्नर समुदाय के भी आधार कार्ड हों.