Patna : बिहार में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. मिथिलांचल के बड़े नेताओं में शुमार कीर्ति झा आजाद को कांग्रेस की बजाय अब ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस पसंद आ गई है. उनके पिता भागवत झा आजाद कांग्रेस के बड़े नेता थे और बिहार के मुख्यमंत्री भी रहे. कीर्ति झा की राजनीतिक पारी भाजपा के साथ भी रही है. भाजपा को छोड़ने के बाद ही उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन की थी. 18 फरवरी 2019 को उन्होंने राहुल गांधी की मौजूदगी में अपने पिता की पार्टी कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की थी. मिली जानकारी के अनुसार पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज दिल्ली में हैं. वे देर शाम कीर्ति आजाद से मुलाकात करेंगी. इसी दौरान कांग्रेस नेता अपनी नई पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर लेंगे.
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भाजपा से दो बार सांसद रहे हैं कीर्ति
कीर्ति भाजपा से दो बार दरभंगा के सांसद रहे हैं. 2019 में जब उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता ली थी तो राहुल गांधी को मखाना की माला, पाग और चादर देकर सम्मानित किया था. भाजपा से निलंबित किए जाने के बाद उन्होंने अपने लिए नई पार्टी तलाशी थी. हालांकि पार्टी में मिले स्थान से वे संतुष्ट नहीं हुए और एक बार फिर अपना ठिकाना बदलने का फैसला किया.
बिहार के कुछ और नेता भी संपर्क में
चर्चा है कि बिहार में भाजपा को छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले कुछ और नेता भी फिर से अपना ठिकाना बदल सकते हैं. इन नेताओं के लिए यशवंत सिन्हा बड़े मददगार साबित हो रहे हैं. ममता बनर्जी ने उन्हें अपनी पार्टी में बड़ा ओहदा दे रखा है. यशवंत सिन्हा भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार रहे और अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्रिमंडल के अंदर अहम जिम्मेदारियां संभालीं.
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