Gwalior : आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि आप देखेंगे कि हिंदुओं की संख्या कम हो गई है. हिंदुओं की ताकत कम हो गयी है. हिंदुत्व का भाव कम हो गया है. अगर हिंदू को हिंदू रहना है तो भारत को अखंड रहना ही पड़ेगा. वह मध्य प्रदेश के ग्वालियर में शनिवार को एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने इस कार्यक्रम में हिंदुओं को एकजुट रहने और हिंदुत्व के बारे में कई बातें कहीं.
हिंदू और भारत अलग हो नहीं सकते
मोहन भागवत के बयान से जुड़ा एक वीडियो एएनआई पर आया है. इसमें वो कह रहे हैं, “हिंदुओं की संख्या कम हो गई है, हिंदुओं की शक्ति कम हो गई है या हिंदुत्व का भाव कम हो गया है… इतिहास सिद्ध, तर्क सिद्ध औऱ अनुभव सिद्ध बात है कि भारत हिन्दुस्थान है, हिंदू और भारत अलग हो नहीं सकते. भारत को भारत रहना है तो भारत को स्व का आवलंबन करना होगा. हिंदू रहना ही पड़ेगा. हिंदू को हिंदू रहना है तो भारत को एकात्म और अखंड बनना ही होगी.
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भागवत यहां चार दिनी ‘घोष शिविर’ में शामिल हो रहे
उनके इस बयान पर तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी. गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत शुक्रवार को मध्य प्रदेश में ग्वालियर शहर पहुंचे थे. भागवत यहां चार दिनी ‘घोष शिविर’ में शामिल हो रहे हैं. संघ के मध्य भारत प्रांत के संघचालक अशोक पांडे ने कहा कि यह चार दिवसीय प्रांतीय स्वर साधक संगम (घोष शिविर) 25 नवंबर को सरस्वती शिशु मंदिर केदारधाम परिसर ग्वालियर में शुरू हुआ है. मोहन भागवत भारत, हिंदुत्व और हिंदू धर्म को लेकर पहले भी अपनी राय प्रकट करते रहे हैं. इसको लेकर विपक्षी दलों और बुद्धिजीवियों की ओर से मिश्रित प्रतिक्रिया सामने आई है. हालांकि एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी उनके हिंदुत्व को लेकर बयानों की तीखी आलोचना करते रहे हैं.
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