Lucknow : समाजवादी पार्टी के नेताओं के लखनऊ, मैनपुर, कोलकाता, बेंगलुरु और एनसीआर के 30 ठिकानों पर की गयी छापेमार आयकर विभाग को 86 करोड़ रुपये की अघोषित आय का पता चला है. वित्त मंत्रालय दवारा जारी बयान में बताया गया है कि रेड में कई अहम दस्तावेज और डिजिटल डेटा भी बरामद किये गये है.
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इस कंपनी का टर्नओवर 150 करोड़ रुपये
बयान के अनुसार कंस्ट्रक्शन कंपनी के डायरेक्टर्स के पास 86 करोड़ रुपये की अघोषित आय की जानकारी मिली है, जिनमें से 68 करोड़ रुपये की बात कंपनी के मालिक ने मानी है और इस पर उसने टैक्स देने की बात कही है. कहा कि कुछ ही सालों में इस कंपनी का टर्नओवर 150 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन कैसे हुआ, इस बारे में कंपनी की ओर से कोई भी सबूत पेश नहीं किये गये.
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शेल कंपनियों के जरिए 12 करोड़ रुपये का अघोषित निवेश
खबरो के अनुसार आयकर विभाग को सर्च ऑपरेशन के क्रम में शेल कंपनियों के जरिए 12 करोड़ रुपये के अघोषित निवेश की जानकारी हासिल हुई है. इसके अलावा दूसरे मामले में भी 11 करोड़ रुपये के निवेश का पता चला है. साथस ही बेनामी संपत्ति में 3.5 करोड़ रुपये के निवेश के दस्तावेज भी बरामद हुए हैं.
एंट्री ऑपरेटर ने शेल कंपनियां बनाकर मदद की
कोलकाता में एक एंट्री ऑपरेटर के यहां हुई रेड में पता चला है कि उसने इन लोगों की मदद के लिए कई शेल कंपनियां बना रखी थीं. अधिकारियों के अनुसार इन कंपनियों 408 करोड़ रुपये के फर्जी शेयर की एंट्री थी और इन कंपनियों के जरिए 154 करोड़ रुपये का फर्जी लोन भी दिया गया था. बयान के अनुसार एंट्री ऑपरेटर ने इस पूरे खेल में शामिल होने की बात मानी है, साथ ही उसने कमीशन से 5 करोड़ रुपये की कमाई होने की बात भी कबूल की है.
सपा के राष्ट्रीय सचिव राजीव राय का बेंगलुरु में मेडिकल कॉलेज है
बता दें कि सपा के राष्ट्रीय सचिव और प्रवक्ता राजीव राय का बेंगलुरु में मेडिकल कॉलेज है. यहां भी आयकर विभाग रेड की थी. उनके मऊ स्थित घर पर भी विभाग ने तलाशी ली थी. उन्होंने इस छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया था. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथने इन आरोपों को चोर की दाढ़ी में तिनका करार दिया.