Ranchi : ओमीक्रॉन के दस्तक के बीच रांची के रिम्स स्थित न्यू ट्रामा सेंटर में भर्ती ब्लैक फंगस की संदिग्ध महिला मरीज कंचन देवी (36 वर्षीय) की मौत हो गयी. महिला जमशेदपुर की रहने वाली थी. डॉक्टरों के मुताबिक, महिला की स्थिति गंभीर थी. उसे 21 दिसंबर को डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया था. स्थिति गंभीर होने के बाद महिला को ट्रामा सेंटर में शिफ्ट किया गया था. जहां इलाज के दौरान बुधवार को उसकी मौत हो गयी. वर्तमान में रिम्स में ब्लैक फंगस का एक भी सक्रिय मरीज नहीं है.
ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए जारी गाइडलाइन
गाइडलाइन के अनुसार, जहां कोविड-19 मरीजों का इलाज चल रहा हो, वहां महत्वपूर्ण 30 बिंदुओं पर नजर रखनी है. चिकित्सकों को मरीजों के कुछ लक्षण प्रतिदिन देखने हैं. मरीज को लगातार बुखार, सिरदर्द व नेजल डिस्चार्ज, चेहरे पर दर्द, दांत ढीले हो जाना, नाक के बीच कालापन और आंख में लाली के साथ दर्द आदि पर निगरानी रखना है.
साथ ही कोमोर्बिड, कोई भी अंग ट्रांसप्लांट जैसी बातों का भी ध्यान रखा जाना चाहिए. जिस स्थान पर कोरोना मरीजों का इलाज हो रहा है, उस अस्पताल भवन में डंपिंग नहीं होना चाहिए. पानी की सफाई बेहतर होनी चाहिए और अस्पताल के फ्लोर पर झाड़ू नहीं, बल्कि पोछा लगाया जाना चाहिए. इसके साथ ही ब्लैक फंगस के इलाज के लिए चयनित टर्शरी केयर सेंटर में विशेषज्ञ डॉक्टरों की पूरी टीम होनी चाहिए. इसमें इएनटी, आइ, न्यूरो सहित कई विभागों के वरिष्ठ डॉक्टर जरूर होने चाहिए.
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