Chandil : सरना धर्म सह संताली राजभाषा रथ सोमवार को नीमडीह व कुकड़ू प्रखंड से आदिवासी सेंगेल अभियान द्वारा आठ सूत्री मांगों के समर्थन में रवाना किया गया. इसमें 2021 जनगणना में प्रकृति पूजक आदिवासियों को सरना धर्म कोड प्रदान करने, संताली को हिंदी के साथ झारखंड के प्रथम राजभाषा बनाने की मांग की गई है. हो, मुंडा, कुड़ुख, खड़िया आदि भाषाओं को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने, झारखंडी डोमिसाइल और अन्य संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने, विस्थापन, पलायन और ह्यूमन ट्रैफिकिंग पर रोक लगाने, शहीद सिधो मुर्मू के वंशज रागेश्वर मुर्मू और रूपा तिर्की के संदिग्ध मौत की सीबीआई जांच कराने की मांग शामिल है.
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सीएनटी एसपीटी कानून की रक्षा करते हुए वीर शहीदों सिदो मुर्मू और बिरसा मुंडा के वंशजों को सम्मान देने, सुरक्षा व समृद्धि के लिए दो ट्रस्ट का गठन करने, सती प्रथा की तरह डायन प्रथा को आदिवासी गांव समाज से समाप्त करने आदि की मांग शामिल है. मौके पर आदिवासी सेंगेल अभियान के जिला मुख्य संयोजक कालीपद टुडू, सेंगेल टावर रामेश्वर हांसदा, नीमडीह प्रखंड अध्यक्ष अनिल हांसदा, रविंद्र मुर्मू, भटेल हांसदा, कुकड़ू प्रखंड अध्यक्ष दुबराज मार्डी, सुखेन मुर्मू, हड़कन मार्डी, जोगेश्वर किस्कु आदि उपस्थित थे.