Lagatar Team
Ranchi: रांची जिला के हेहल में करीब 120 एकड़ विवादित जमीन पर प्रशासन की मौन सहमति से कब्जा किया जा रहा है. जमीन की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है. इस जमीन को अनीता शर्मा नाम की महिला अपना बताकर रांची के एक जाने-माने डॉक्टर के ट्रस्ट को बेच रही है. लेकिन जो अनीता शर्मा इस जमीन को अपना बता कर बेच रही हैं, वह जमीन उनके परिवार की है ही नहीं. लगातार को अनिता शर्मा और जमीन पर दावा करने वाले दूसरे शख्स गणेश और दशरथ शर्मा के पारिवारिक बंटवारे के कागजात मिले हैं.
इन कागजात से साफ होता है कि देवकी नंदन मिसिर ने इस पूरी जमीन को 1966 में ही दो डीड के माध्यम से गणेश और दशरथ साहू को बेच दिया था. इसी डीड को फर्जी बताकर प्रशासन की मदद से हेहल के खाता नंबर 119 पर कब्जा किया जा रहा है.
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अनिता शर्मा के बंटवारानामा में नहीं है जमीन का जिक्र
1974 में अनिता शर्मा के तीन भाई और दो बहन के बीच बंटवारा हुआ. बंटवारा मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैडिंग के तहत हुआ. पूरे बंटवारानामा को खंगालने पर कहीं भी हेहल की जमीन का जिक्र नहीं मिला. इन पांच भाई-बहनों के बीच हुए बंटवारे में केशव नारायण शर्मा भी थे. केशवनारायण शर्मा अनीता शर्मा के ससुर हैं. केशवनारायण शर्मा की बेटी सबिता पांडे ने कोर्ट के हस्तक्षेप से 2011 में फिर से बंटवारा किया.
इस बंटवारानामा में भी हेहल की जमीन का जिक्र कहीं नहीं है. ऐसे में साबित होता है कि देवकी नंदन मिसिर ने यह जमीन बंटवारे से पहले दूसरे किसी को बेच दी थी. अब जबरन जमीन पर कब्जा कर उसे बेचने का काम उनके परिवार की तरफ से किया जा रहा है.
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1970 के साहू परिवार के बंटवारानामे में है जमीन का जिक्र
साहू परिवार की तरफ से दावा किया जा रहा है कि 1966 में देवकी नंदन मिसिर ने यह जमीन साहू परिवार को दो डीड के माध्यम से दे दी थी. अब इसे फर्जी बताकर उनके परिवार की तरफ से जमीन कब्जा किया जा रहा है. साहू परिवार का 1970 के बंटवारा हुआ. बंटवारा पंचनामा के आधार पर हुआ.
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इस बंटवारे में हेहल की जमीन का जिक्र है. जमीन का एक हिस्सा चूड़ामन साहू के हिस्से जाता है, जो गणेश साहू के पिता हैं. वहीं जमीन का एक हिस्सा दशरथ साहू का बताया गया है. ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि आखिर जिस परिवार के बंटवारानामा में जमीन का जिक्र नहीं है, वह परिवार जमीन को अपना बताने का दावा कैसे कर रहा है. कमिश्नर कोर्ट में विवादित जमीन का मामला होने के बावजूद जमीन की रजिस्ट्री और म्यूटेशन दूसरे के नाम पर हो जा रही है.
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