Hazaribagh: बीएसएफ के जवान बालेश्वर महतो के नवनिर्मित मकान की ढलाई को गिराने और उनके पिता के साथ मारपीट मामले में अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं. सारे आरोपी फरार हैं. हालांकि पुलिस की छापेमारी जारी है. लगातार डॉट इन द्वारा इस खबर को प्रमुखता से चलाये जाने के बाद पुलिस थोड़ी सक्रिय हुई.
आज पीड़ित के घर जाकर उन्हें आश्वस्त किया कि पुलिस की मौजूदगी में घर का निर्माण होगा. इसके बाद जवान के परिजनों ने अपने क्षतिग्रस्त मकान की मरम्मती पुनः प्रारंभ की.
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इस मामले में भू-माफिया के द्वारा जबरन जमीन पर कब्जे की बात भी सामने आ रही है. वहीं यह भी बताया जा रहा है कि आरोपी सुरेश गोप ने फर्जी कागजातों के आधार पर खाता नम्बर 78 प्लाट नम्बर 2515 की अवैध जमाबंदी भी करवा ली है. आरोप बड़कागांव के दामोदर प्रसाद गुप्ता ने लगाया है. दामोदर गुप्ता ने इस आशय की शिकायत कोर्रा टीओपी में पहले ही दे रखी है.
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दामोदर पीड़ित बीएसएफ जवान के रिश्तेदार है. उन्होंने ही यह जमीन बीएसएफ जवान को बेची थी. इस इलाके में भू-माफिया की निगाह पहले से ही थी. कई बार दामोदर से आरोपी की झड़प और मामले को लेकर पंचायत भी हुई थी. आरोपी सुरेश गोप लगातार जवान वाली जमीन को लेने के लिए लगातार दवाब बना रहा था.
असफल हो जाने के बाद सुरेश गोप अपने गुर्गों के साथ 24 जनवरी की रात बीएसएफ जवान के घर पहुंचा. उसके नवनिर्मित घर की ढलाई को ध्वस्त कर दिया. जवान के परिजनों के साथ जमकर मारपीट कर फरार हो गया. इस मामले में पुलिस आज आरोपी के पुत्र को पकड़ कर थाने लायी. जिसे बाद में छोड़ दिया गया. सभी आरोपी को पकड़ने के लिए बराबर छापेमारी की जा रही है.
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