Itanagar : अरुणाचल प्रदेश के छात्र संगठन ऑल अरुणाचल प्रदेश स्टूडेंट्स यूनियन द्वारा गुरुवार को ऊपरी सुबनसिरी जिले में चीन द्वारा कथित तौर पर गांव बसाये जाने को लेकर प्रदर्शन किया गया. जानकारी के अनुसार प्रदेश के शीर्ष छात्र संगठन की विभिन्न इकाइयों और समुदाय आधारित संगठनों ने राजधानी ईटानगर के इंदिरा गांधी पार्क पर धरना दिया.
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केंद्र पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया
छात्रों ने केंद्र सराकर से इस मुद्दे पर सख्त कदम उठाने की मांग की. इस क्रम में बैनर एवं तख्तियां लिये छात्रों ने चीन की इस हरकत की निंदा करते हुए केंद्र पर पूरे मामले को लेकर चुप्पी साधने का आरोप भी लगाया. बता दें कि यूनियन के अध्यक्ष हावा बगांग ने संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में आरोप लगाया कि केंद्र सरकार राज्य को विदेशी घुसपैठ से बचाने में विफल रही है.
कहा कि अगर केंद्र सरकार अनुमति देती है तो छात्र संगठन चीनी सेना के खिलाफ लड़ने को तैयार हैं. साथ ही बगांग ने राज्य के सांसदों से अरुणाचल प्रदेश और इसके लोगों के हितों से संबंधित मामलों में मुखर होने का अनुरोध किया.
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पूर्व में कांग्रेस और अब भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार दोषी
पीटीआई के अनुसार उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह विकास के पैकेज जारी करे और सीमावर्ती राज्य में सैन्य तैनाती बढ़ाने के अलावा सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़क और दूरसंचार कनेक्टिविटी स्थापित करे.छात्र यूनियन के महासचिव तोबाम दाई ने कहा कि राज्य के लोग इस तरह के गंभीर मुद्दों के प्रति केंद्र के अड़ियल रवैये से निराश हैं.
दाई ने कहा कि यह कहते हुए कि राज्य के क्षेत्र पर चीन का दावा एक पुराना मुद्दा है, मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया. उन्होंने इसके लिए पूर्व में कांग्रेस और अब भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकारों को दोषी ठहराया.
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग का पुतला जलाया
इससे पूर्व 23 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश में भाजपा कार्यकर्ताओं ने चीन द्वारा सुबनसिरी जिले में एक गांव के निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग का पुतला जलाया था.बता दें कि 18 जनवरी को सैटेलाइट आधारित तस्वीरों के जरिये जानकारी सामने आयी थी कि चीन ने अरुणाचल प्रदेश के विवादित क्षेत्र में एक नया गांव बसाया है और इसमें करीब 101 घर हैं.
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