Ranchi : एनआईए ने टीपीसी के सेकेंड सुप्रीमो मुकेश गंझू की रिमांड अवधि बढ़ा दी है. एनआईए ब्रांच रांची के द्वारा पिछले नौ दिनों से मुकेश गंझू से पूछताछ की जा रही है. गौरतलब है कि एनआईए ब्रांच रांची ने बीते 21 जनवरी से 25 जनवरी तक उसे रिमांड पर लिया था. इसके बाद रिमांड अवधि को बढ़ा कर 30 जनवरी तक कर दिया है.
बताया जा रहा है कि एनआईए मुकेश गंझू से टेरर फंडिंग और हथियार बरामदगी समेत कई अन्य मामले में पूछताछ कर रही है. इस दौरान एनआईए को कई अहम जानकारी हाथ लगी है.
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एनआईए को लंबे समय से थी मुकेश गंझू की तलाश
मुकेश गंझू की तलाश कई राज्यों की पुलिस के अलावा एनआईए को भी लंबे समय से थी. एनआईए ने वांटेड उग्रवादियों की सूची में मुकेश को भी शामिल किया था. एनआइए ने मुकेश गंझू के खिलाफ कांड संख्या आरसी 06/2018, 22/2018 और 23/2018 में मामला दर्ज किया था. मुकेश के खिलाफ झारखंड, बिहार, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में दर्जनों मामले दर्ज हैं.
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एनआईए ने मुकेश, ब्रजेश गंझू के खिलाफ चार्जशीट दायर की है
मुकेश गंझू चतरा जिले में संचालित होने वाली सीसीएल की अशोका, पिपराडीह कोल परियोजना के साथ साथ मगध- आम्रपाली परियोजना से वसूली का मास्टरमाइंड था. भीखन गंझू के साथ मिलकर कोल कारोबारियों, लोडरों से वह प्रति टन पैसे की वसूली करता था. टीपीसी उग्रवादियों की कमेटी को हर माह करोड़ों की रकम लेवी के तौर पर मिलती थी.
साल 2016 में चतरा के टंडवा में सभी उग्रवादियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी. 2018 में एनआईए ने कोल परियोजनाओं में टेरर फंडिंग से जुड़ा मामला दर्ज किया. इस मामले के दर्ज होने के बाद एनआईए ने जांच में मुकेश, कोहराम, ब्रजेश गंझू, अनिश्चय गंझू, कमलेश समेत कई के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
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टेरर फंडिंग और हथियार बरामदगी समेत कई मामले में हो रही पूछताछ
बताया जा रहा है कि टीपीसी उग्रवादी मुकेश गंझू को रिमांड पर लेकर एनआईए टेरर फंडिंग और हथियार बरामदगी मामले समेत कई अन्य में पूछताछ कर रही है. इस दौरान एनआईए को कई अहम जानकारी भी मिली है.
ग़ौरतलब है कि वर्ष 2017 में सीआरपीएफ 190वीं बटालियन की छापेमारी में बरामद हुए टीपीसी के अत्याधुनिक अमेरिकन रायफल कोल्ट-4 बारे में पूछताछ की जाएगी. रायफल कोल्ट-4 की बरामदगी कुंदा थाना क्षेत्र के दो जगहों से हुई थी. इसके बाद एनआइए ने इसकी जांच शुरू कर दी थी.
कोल्ट-4 की बरामदगी के कुछ ही महीने बाद ही टंडवा स्थित सीसीएल की आम्रपाली एवं मगध कोल परियोजना में टेरर फंडिंग का मामला सामने आया था. वर्तमान में रायफल कोल्ट-4 और टेरर फंडिग से संबंधित कुल चार मामलों की जांच एनआइए कर रही है.