Nirsa : बिजली में भारी कटौती के खिलाफ गुरुवार 20 जनवरी को मार्क्सवादी समन्वय समिति अंचल कमेटी ने निरसा स्थित बिजली कार्यालय के समक्ष धरना दिया. बाद में मासस का प्रतिनिधिमंडल बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता से मिला और उन्हें मांग पत्र सौंपा. इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि यदि बिजली कटौती में सुधार नहीं हुआ तथा निरसा के लोगों को 24 घंटे बिजली नहीं मिली तो मासस के लोग आम जनों के सहयोग से निरसा विधानसभा क्षेत्र में 3 बिजली उत्पादन केंद्र का उत्पादन ठप करने का काम करेंगे.
निरसा की जमीन पर तीन उत्पादन केंद्र, फिर भी यहां के लोगों को बिजली नहीं
धरना को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि दुर्भाग्य की बात है कि निरसा विधानसभा क्षेत्र में 3 केंद्रों डीवीसी मैथन, पंचेत एवं एमपीएल से बिजली उत्पादन हो रहा है. इसी क्षेत्र के लोगों की जमीन पर तीनों प्लांट लगे हैं, परंतु दुर्भाग्य है कि निरसा के ही लोगों को बिजली के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है. आम उपभोक्ता झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड को बिल का भुगतान कर रहे हैं. राज्य सरकार द्वारा बिजली के बिल में भी बेतहाशा बढ़ोतरी कर दी गई है. फिर उन्हें बिजली क्यों नहीं उपलब्ध कराई जा रही. बिजली कटौती के कारण उद्योग धंधे चौपट हो रहे हैं, दुकानदार प्रभावित हो रहे हैं. बच्चों की पढ़ाई लिखाई प्रभावित हो रही है.
यदि इस दिशा में सकारात्मक पहल बिजली विभाग द्वारा नहीं की जाती है तो मजबूरन आम जनता के सहयोग से मासस तीनों बिजली उत्पादन केंद्र का उत्पादन बाधित करने का काम करेगी. इसके पहले मासस के लोग हरियाजाम स्थित पार्टी कार्यालय से जुलूस की शक्ल में निरसा बिजली कार्यालय पहुंचे तथा धरना पर बैठे. अध्यक्षता टूटून मुखर्जी ने की एवं संचालन बादल बाउरी ने किया. धरना को आगम राम, मुमताज अंसारी, हरे राम, लखन सिंह, रामजी यादव, कृष्णा रजक, मोहम्मद हाशिम, गुलाम रब्बानी, सपन गोराई, संतोष दास, प्रभु सिंह, कैलाश मोदी, दशरथ चंद्रा, निरंजन गोराई, अजीत महतो आदि ने संबोधित किया.
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