Ranchi: अफ्रीका के माली में झारखंड के 33 मजदूर फंसे हैं. मजदूरों की वतन वापसी के लिये राज्य सरकार ने पहल की थी. वहीं भारत सरकार की पहल पर कंपनी, मजदूर और दूतावास के पदाधिकारियों की बैठक हुई. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि बकाया वेतन भुगतान करने के साथ-साथ पांच दिनों में घर भेजने की व्यवस्था की जाएगी. लेकिन इन मजदूरों की पीड़ा कम होने का नाम नहीं ले रही है. दूतावास पदाधिकारियों के समक्ष हुए समझौते की शर्तों को कंपनी ने पांच दिन बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं किया है.
बता दें कि मजदूरों का बकाया और वतन वापसी के लिये माली के बमाको कंपनी और मजदूरों के बीच समझौता हुआ था. भारतीय दूतावास में झारखंड के प्रवासी मजदूरों, के एंड पी कंस्ट्रक्शन के सहायक प्रबंधक सत्य दुर्गा प्रसाद, भारतीय दूतावास के एचओसी वी विजय पांडेय और एसीओ राकेश कुमार दिवाकर के साथ बैठक हुई. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि इन मजदूरों के बकाया वेतन में 2 माह का वेतन तत्काल दिया जाएगा. इसके साथ ही कंपनी, दूतावास और मजदूरों के बीच एक समझौता हुआ था. लेकिन इस एग्रीमेंट के अनुसार एक भी समस्या का निदान अब तक नहीं हुआ है.
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गिरिडीह और हजारीबाग के हैं 33 मजदूर
गिरिडीह और हजारीबाग के 33 मजदूर एमएस के एंड पी कंस्ट्रक्शन के सेनिनकोरबा-बौगुनी सेक्शन प्रोजेक्ट में काम करने गए थे. 23 जनवरी को इन मजदूरों ने अपना एक वीडियो लगातार न्यूज को भेजा. जिसमें मजदूरों ने समझौते की शर्ते समय सीमा बीत जाने के बाद भी कंपनी ने पूर नहीं किया इसकी बात कही.
दूतावास द्वारा आयोजित बैठक में कंपनी और मजदूरों के बीच क्या हुआ समझौता
- कंपनी (केएंडपी) अक्टूबर और नवंबर 2021 महीने का वेतन जारी करेगी जो कि देय है.
- वेतन का भुगतान सामान्य कर्मचारियों के लिए प्रति व्यक्ति प्रति माह 400 यूएस डॉलर में से 75 यूएस डॉलर घटाकर किया जायेगा. यह राशि भोजन व्यय की कटौती होगी. पर्यवेक्षकों के वेतन जो 450 यूएस डॉलर प्रति व्यक्ति प्रति माह है. उसमें भी 75 यूएस डॉलर प्रति माह के भोजन शुल्क कटौती कर भुगतान किया जाएगा.
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- सामान्य कर्मचारियों को दो महीने के लिए 650 अमेरिकी डॉलर के बराबर भारतीय पैसा प्राप्त होगा. वहीं पर्यवेक्षकों को दो महीने के लिए 750 अमेरिकी डॉलर के बराबर INR प्राप्त होगी. इस समझौते के 5 दिनों के साथ वेतन भारतीय रुपये में भारत में श्रमिकों के बैंक खाते में स्थानांतरित कर दिया जाएगा.
- इंद्रदेव ठाकुर का छह माह का वेतन कंपनी के पास बकाया है. इसे 400/- यूएस डालर प्रति माह से घटाकर (भोजन व्यय) का यूएस डालर 1950/- के बराबर कंपनी ट्रांसफर करेगी.
5.नियोक्ता बमाको से रांची इकोनॉमी क्लास की एयर टिकट जल्द से जल्द उपलब्ध करा, भारत तक का टिकट प्रदान करेगा. वर्तमान में महामारी को देखते हुए, बमाको से भारत के लिए केवल एक साप्ताहिक फ्लाइट उपलब्ध है, जो हर शनिवार है.
- जब तक ये कर्मचारी माली से प्रस्थान नहीं करेंगे. कंपनी उनकी रोजमर्रा की जरूरतों जैसे भोजन, आश्रय और आपातकालीन सेवाओं का ध्यान रखेगी.
- 33 मजदूरों को वतन वापसी का टिकट प्राप्त होने के बाद उन्हें कंपनी के प्रतिनिधियों को नो ड्यूज प्रमाणपत्र” कंपनी के कर्मचारी को देना होगा.
- भारत में सभी 33 मजदूरों के प्रस्थान की अवधि में कर्मचारी और कंपनी दोनों एक-दूसरे के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करेंगे.