Chaibasa : चाईबासा के लादुराबासा गांव में मुंडा की ओर से चार लोगों को नियुक्ति पत्र देने और कोल्हान में अलग सरकार चलाने की सूचना पर रविवार को चाईबासा पुलिस मौके पर पहुंची थी. पुलिस ने वहां से चार लोगों को गिरफ्तार करके सुबह थाना लायी थी. इसके विरोध में गांव के लोगों ने सभी को रिहा करने और कोल्हान अलग देश की मांग करते हुए मुफ्फसिल थाना पर पथराव किया और पुलिसकर्मियों पर तीर चलाए. इसमें आधा दर्जन पुलिस के जवान घायल हो गए हैं. पुलिस की ओर से लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले भी छोड़े गये. भीड़ के तितर-बितर नहीं होने पर पुलिस को हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी. पुलिस को माहौल को काबू में करने के लिए चार घंटे लग गए. शाम छह बजे के बाद मामला शांत हुआ. मुफ्फसिल थाना को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
ये पुलिस वाले हुए हैं घायल
घायल पुलिस वालों में आरक्षी 185 बृजमोहन मिश्रा के पेट में तीर लगी है. उन्हें इलाज के लिए टीएमएच में भर्ती कराया गया है. एएसआई अर्जुन सिंह, राम विलास महतो, आरक्षी अगनु उरांव और सत्वंत सिंह मुंडा को भी तीर लगी है. इनका इलाज चाईबासा सदर अस्पताल में चल रहा है. टीएमएच में भर्ती कराए गए आरक्षी बृजमोहन मिश्रा की हालत गंभीर बनी हुई है.
लाठी चार्ज और आंसू गैस छोड़ने के बाद भागे ग्रामीण
चाईबासा में दोपहर दो बजे भारी बारिश हो रही थी और लादुराबासा के अलावा अन्य गांवों के लोग बड़ी संख्या में पारंपारिक हथियारों से लैस होकर मुफ्फसिल थाना पहुंचे. थाना पर पथराव करने के साथ तीर भी चलाया. इससे हां ड्यूटी में तैनात जवान घायल हो गए. वरीय अधिकारियों को घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस बल को भेजकर लाठी चार्ज करवाया गया. साथ ही आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए और हवाई फायरिंग की गई. इसके बाद ग्रामीण तितर-बितर हो गए. दोपहर दो बजे से शाम छह बजे तक थाना में मजमा लगा हुआ था.
क्या कह रही है चाईबासा पुलिस
घटना के बाद चाईबासा के एसपी अजय लिंडा ने बयान जारी कर कहा है कि रविवार को चाईबासा में कोल्हान गवर्मेंट स्टेट के नाम पर फर्जी बहाली के लिए कुर्सी पंचायत के ग्राम लादुराबासा स्कूल में सुबह सात बजे से प्रशिक्षण सह शैक्षणिक प्रमाणपत्र जांच कार्यक्रम आयोजित किया गया था. फर्जी बहाली से संबंधित विज्ञापन कोल्हान गवर्नमेंट स्टेट के नाम पर चम्पाय चंद्रशेखर डांगिल की ओर से निकाला गया था. सूचना के सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए अनुमंडल पदाधिकारी सदर, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक सदर अंचल, थाना प्रभारी मुफ्फसिल, दंडाधिकारी और अन्य पुलिस पदाधिकारी सशस्त्र बल, लाठी पार्टी के साथ स्थल पर पहुंचकर कार्यक्रम को विफल कर दिया गया. वहां से काफी मात्रा में फर्जी नियुक्ति से संबंधित रजिस्टर, फाइल, प्रिंटर, मॉनिटर, लैपटॉप और मोबाइल जब्त किया गया. कुछ लोगों को हिरासत में लेकर मुफ्फसिल थाना भी लाया गया था. इसके बाद गांव के 200 लोगों ने परंपरागत हथियार से लैस होकर मुफ्फसिल थाना को घेर लिया. रोड़ेबाजी और पत्थरबाजी की. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस बल की ओर से हल्का बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज कर आंसू गैस छोड़े गए और हवाई फायरिंग की गई. घटना में पुलिस वालों और ग्रामीणों को भी चोटें आयी हैं. सभी घायलों का प्राथमिक उपचार सदर हॉस्पिटल चाईबासा में कराया जा रहा है. अब स्थिति सामान्य है. पुलिस नजर रखे हुए है.
पुलिस ने इन्हें किया गिरफ्तार
सुबह की घटना में गिरफ्तार पुलिस ने सोनुवा थाना के लोंजो गांव के गारदी सुंडी, बबेंदर देवगम उर्फ सुखदेव देवगम, सुशील देवगम, झींकपानी थाना के सुरजाबासा गांव निवासी अर्जुन देवगम, अजय पाड़ेया, लादुराबासा निवासी समीर पाडेया, मुफ्फसिल थाना के कांकुसी गांव के हरिकृष्ण देवगम उर्फ हुडिंग बाबू, सरायकेला-खरसावां जिला के आदित्यपुर के बंतानगर निवासी रंजीत बानरा को गिरफ्तार किया है. शाम की घटना में पुलिस ने झींकपानी थाना के सुरजाबासा गांव के महती देवगम, मुफ्फसिल थाना के हरिला गांव निवासी मानकी अल्डा, बड़ाचीरू गांव निवासी कुदराय देवगम, झींकपानी थाना के सुरजाबासा गांव निवासी सुरजा देवगम, बींगतोपांग गांव निवासी लक्ष्मण देवगम, मुफ्फसिल थाना के किरी गांव निवासी सीनू गोडसोरा, जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना के एदेल झोपड़ी गांव निवासी विजय हाईबुरू, मुफ्फसिल थाना के चीरू गांव निवासी मान सिंह बारदा को गिरफ्तार किया है.