Bremo: जारंगडीह-गोमिया रेलवे डबलिंग प्रोजेक्ट में सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज कर काम किया जा रहा है. यहां काम करने वाले मजदूरों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. ये प्रोजेक्ट धनबाद रेल मंडल के गोमो बरकाकाना रेलखंड अंतर्गत हो रहा है. यहां मजदूरों के सुरक्षा संबंधी व्यवस्था की अनदेखी की जा रही है.
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कोनार नदी पर रिस्क लेकर पुल का निर्माण
गोमिया बोकारो थर्मल स्टेशन के बीच कोनार नदी पर एक और पुल का निर्माण किया जा रहा है. यहां पहले से ही एक पुल बना हुआ है. यह काम रामप्रवेश राय स्टेट प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा कराया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट में जो मजदूर काम कर रहे हैं, उन्हें किसी भी तरह का सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं कराया गया है. पुल के निर्माण में मजदूर कई तरह के काम करते हैं. जिसमें एरेक्शन से लेकर फेब्रिकेशन तक का काम होता है. मजदूर जिस प्रकार बिना सुरक्षा उपकरण पहने लटक कर वेल्डिंग का काम करते हैं, उसमें इनकी जान को बड़ा खतरा रहता है.
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सुरक्षा मानकों की अनदेखी का जिम्मेदार कौन ?
यहां मज़दूरों को किसी भी तरह का सेफ्टी उपकरण नहीं दिया गया है. वे अपनी जान जोखिम में डालकर काम करते हैं. इस जोखिम भरे काम को करने के दौरान किसी भी तरह का हादसा होने की आशंका बनी रहती है. इस संबंध में साइड में काम की देख रेख कर रहे मुकेश झा से पूछा गया तो, उन्होंने बताया कि कंपनी पेटी ठेकेदारों से काम कराती है. अब वह पेटी कंट्रैक्टर मजदूरों से कैसे काम ले रहे हैं, यह उसकी जवाबदेही है. वहीं जब मजदूरों को इस संबंध में पूछा गया कि, कैसे आप बिना सुरक्षा व्यवस्था के जोखिम भरा काम कर लेते हैं. तब उनका कहना था कि, पेट के लिए इंसान को इस तरह का कार्य करना पड़ता है. यदि वे सुरक्षा व्यवस्था की मांग करेंगे तो उन्हें काम से हटा दिया जाएगा. इसलिए बिना सवाल किए ही काम करना इन मजदूरों की मजबूरी बन गया है.
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क्या कह रहे हैं जिम्मेदार लोग ?
निरीक्षण में पकड़े जाने से बचने के लिए इन लोगों ने एक नायाब तरीका अपनाया है. जिसमें बताया जाता है कि जब भी रेल विभाग की ओर से विजिलेंस की टीम आती है, उस दिन काम ही बंद हो जाता है. इसलिए विभाग को जानकारी नहीं हो पाती है. यदि रेल विजिलेंस औचक निरीक्षण करें और इसकी जानकारी ठेकेदार को नहीं हो तो, कई त्रुटियां सामने आएंगी और भविष्य में मजदूरों के लिए हितकर होगा. बहरहाल मजदूर सुरक्षा उपकरणों के बिना ही जोखिम भरे को करने के लिए मजबूर है.
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