Dhanbad: कोहिनूर मैदान स्थित वज्रगृह को चुनाव आयोग के आदेश पर रिजर्व ईवीएम के सत्यापन के लिए खोला गया. उपायुक्त सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी उमा शंकर सिंह के नेतृत्व में प्रत्याशियों की मौजूदगी में वज्रगृह खोला गया.
जलेश्वर महतो ने कहा कि स्ट्रांग रूम खोलने में पूरी पारदर्शिता बरती गई है. बता दें कि 2019 के विधानसभा चुनाव में बाघमारा विधानसभा से प्रत्याशी जलेश्वर महतो यहां के विजयी प्रत्याशी भाजपा विधायक ढुल्लू महतो को कड़ी टक्कर दी थी. उसमें जलेश्वर महतो बहुत कम वोटों के अंतर से हारे थे.
दरअसल मतगणना में गड़बड़ी की आशंका पर उन्होंने दोबारा मतगणना के लिए कोर्ट की शरण ले रखी है. मामला कोर्ट में है. इसलिए कभी भी री-काउंटिग का आदेश जारी हो सकता है. ऐसे में तब तक स्ट्रांग रूम में ईवीएम को सुरक्षित रखना है. जब इस वज्रगृह को खोलने की बात हुई तो जलेश्वर महतो ने आपत्ति जताई थी. इसलिए खोलने के दौरान सभी प्रत्याशी मौजूद थे.
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बताया जाता है कि वज्रगृह में 97 अनयूज्ड रिजर्व ईवीएम रखे गये थे. उसमें मतदान नहीं हुआ था. वज्रगृह से निकालकर इसे दूसरी जगह शिफ्ट किया गया. फिर सभी के सामने स्ट्रांग रूम को सील किया गया. बता दें कि इस अनयूज्ड ईवीएम को बंगाल चुनाव हेतु डिस्पेच किया जाना है. स्ट्रांग रूम खोलने में पूरी पारदर्शिता बरती गई. इस दौरान जलेश्वर महतो और सुभाष राय थे. साथ ही बाघमारा विधायक ढुल्लू महतो के प्रतिनिधि के तौर पर उनके भाई शरद महतो मौजूद थे.
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