LagatarDesk : भारत के वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि भारत अब कर्ज देने की स्थिति में है. देश का विदेशी मुद्रा भंडार 590 अरब डॉलर की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. यह आंकड़ा सालभर पहले की तुलना में 119 अरब डॉलर से अधिक है. पहले भारत कर्जदार था, लेकिन अब कर्जदाता बन गया है. यानि कि पहले भारत कर्ज के बोझ में डूबा हुआ था. लेकिन अब स्थिति बदल रही है.
इसे भी पढ़े:उत्तराखंड में हुई तबाही से बॉलीवुड दुखी, सोनू सूद और दिया मिर्जा ने भी किया ट्वीट
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार विदेशी कर्ज से अधिक
वित्त राज्य मंत्री ने कहा कि इसके साथ ही देश अब शुद्ध कर्जदाता बन गया है. कोई भी देश शुद्ध कर्जदाता तब बनता है, जब उस देश की विदेशी मुद्रा भंडार उसके कुल विदेशी कर्ज से अधिक हो जाये. ठाकुर ने कहा कि भारत की भी विदेशी मुद्रा भंडार विदेशी कर्ज से बहुत ज्यादा है. महामारी के बाद भारत की इकोनॉमी में ‘वी-शेप’ की रिकवरी देखने को मिल रही है. पिछले चार महीनों में जीएसटी का कलेक्शन भी रिकॉर्ड स्तर पर है.
इसे भी पढ़े:कोडरमा : पति ने की दूसरी शादी, पहली पत्नी ने डीजीपी से लगायी गुहार
रिकॉर्ड जीएसटी संग्रह अर्थव्यवस्था में सुधार का संकेत
वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि जीएसटी संग्रह बताता है कि अर्थव्यवस्था ठीक हो रही है. यह सरकार के सही कदम से सफल हो सका है. महामारी के दौर में सरकार ने जीवन और अर्थव्यवस्था के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं. ठाकुर ने कहा कि भारत को निर्णायक नेतृत्व के कारण महामारी के दौरान भी सबसे अधिक प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआइ) हासिल हुआ.
भविष्य में भारत की अर्थव्यवस्था पांच लाख करोड़ डॉलर
जनवरी में देश का जीएसटी संग्रह 1.20 लाख करोड़ रुपये के आसपास रहा. लगातार जीएसटी कलेक्शन में बढ़ोतरी हो रही है. उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में भारत की अर्थव्यवस्था पांच लाख करोड़ डॉलर की होगी.
इसे भी पढ़े:लगातार दूसरे हफ्ते तेजी के साथ खुला शेयर बाजार, सेंसेक्स में 630 अंकों का उछाल
बजट 2021-22 पारदर्शी और भविष्य-केंद्रित
वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा है कि कोरोना संकट के दौर में देश का पहला बजट पारदर्शी और भविष्य-केंद्रित है. देश कोरोना संकट का मजबूती से सामना करते हुए अन्य देशों की अपेक्षा बेहतर स्थिति में है.
इसे भी पढ़े:Bigg Boss14: Salman ने लगायी घरवालों की क्लास, Rubina को कहा इमोशनलेस
विकास दर 11 फीसद रहने का अनुमान : आइएमएफ
वित्त राज्यमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) ने अगले वित्त वर्ष में देश का विकास दर 11 फीसद रहने का अनुमान लगाया है. शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने भी कहा कि इस वर्ष देश की विकास दर 10.5 फीसद रहने वाली है. दुनिया में भारत अकेला ऐसा देश होगा, जिसकी विकास दर अगले वित्त वर्ष के दौरान दोहरे अंकों में रहने वाली है.
इसे भी पढ़े:बेरमो: 5 साल पहले मारा जा चुका माओवादी चिराग है पुलिस डायरी में वांटेड