Ranchi : एचईसी के 656 एकड़ जमीन पर आधुनिक स्मार्ट सिटी का काम चल रहा है. स्मार्ट सिटी के निर्माण कार्य ने एचईसी आवासीय परिसर का सीवरेज-ड्रेनेज का मलबा, (गंदा पानी) रोक दिया है. स्मार्ट सिटी से गुजरने वाले सभी पांच नाले ब्लॉक हो गये हैं. जिससे वहां पानी का जमाव शुरू हो गया है. आने वाले कुछ दिनों में स्मार्ट सिटी के नजदीक जगह-जगह सीवरेज-ड्रेनेज का मलबा जमा हो जाएगा.
देश की 100 स्मार्ट सिटी में से दो स्मार्ट सिटी ग्रीन फील्ड स्मार्ट सिटी हैं. जिसमें से एक ग्रीन फील्ड स्मार्ट सिटी का निर्माण रांची में किया जा रहा है. ग्रीन फील्ड स्मार्ट सिटी के तहत खाली जमीन पर स्मार्ट सिटी बसायी जानी है. जिसका निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. निर्माण के दौरान इंजीनियरों ने एचईसी आवासीय परिसर से निकलने वाले सीवरेज-ड्रेनेज के नालों को नहीं देखा.
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एचईसी का सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम नालों में तब्दील
वर्ष 1965 में एचईसी आवासीय परिसर में 75 किलोमीटर लंबा सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम स्थापित हुआ था. सीवरेज- ड्रेनेज का पानी अलग-अलग शंप में जमा होता था. शंप से गंदे पानी को ट्रीटमेंट के लिए ओबरिया के टोनको स्थित सीवरेज-ड्रेनेज ट्रीटमेंट प्लांट भेजा जाता था.
![स्मार्ट सिटी ने रोका HEC आवासीय परिसर का सीवरेज-ड्रेनेज, 5 प्रमुख नालों में गिरता है मलबा](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2021/02/hec-nala.jpg?resize=600%2C400&ssl=1)
लेकिन मेंनटेनेंस के अभाव में सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त हो गया. जिसके बाद से एचईसी आवासीय परिसर से निकलने वाला सीवरेज-ड्रेनेज का गंदा पानी नालों के रूप में बहने लगा.
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स्मार्ट सिटी की वजह से कहां-कहां बंद हुआ आवासीय परिसर से निकलने वाला नाला
1. धुर्वा क्षेत्र में गोलचक्कर के आगे तालाब है. उस तालाब में धुर्वा टंकी साइड, बस स्टैंड, बी टाइप, ए टाइप सहित करीब 5000 आवास का सीवरेज-ड्रेनेज का गंदा पानी जमा होता है.
तालाब से पानी ओवर फ्लो होकर नाले रूप में निकलता है. यह नाला एचईसी एचटीआई ट्रेनिंग स्कूल के बगल से होते हुए स्मार्ट सिटी एरिया तक पहुंचता है. जो मेरिन डीजल प्लांट के बगल से हटिया नदी में जाकर मिलता है. स्मार्ट सिटी निर्माण की वजह से सबसे पहले यही नाला बंद हुआ.
![स्मार्ट सिटी ने रोका HEC आवासीय परिसर का सीवरेज-ड्रेनेज, 5 प्रमुख नालों में गिरता है मलबा](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2021/02/nala-3.jpg?resize=600%2C400&ssl=1)
2. एचईसी सेक्टर तीन, एफ टाइप, ई टाइप सहित करीब 2500 आवास का गंदा पानी नाले की सहायता से निकलता है. यह नाला सेक्टर तीन स्थित पंजाब नेशनल बैंक के बगल से निकलता है. जो एचएमटीपी प्लांट के पीछे से होते हुए हटिया नदी में जाकर मिलता है. एचएमटीपी प्लांट एरिया में स्मार्ट सिटी निर्माण की वजह से यह नाला बंद हो गया है. पंजाब नेशनल बैंक के नदीक पानी जमा होना शुरू हो गया है.
3. एचईसी सेक्टर दो, सेक्टर वन, सेक्टर फाइव, ई टाइप के करीब 4000 आवास का सीवरेज डेनेज का गंदा पानी एक ही नाले से निकलता है. यह नाला केराली स्कूल से होते हुए विवेकानंद स्कूल के नजदीक पहुंचता है. वहां से यह नाला डेयरी डेवलप्मेंट आफिस के पीछे से हटिया नदी तक पहुंचता है. यह नाला भी स्मार्ट सिटी की वजह से बंद हो गया है. इस नाले में भी पानी जमा होना शुरू हो गया है.
86.5 एकड़ में बनेगा आवासीय परिसर
एचईसी में बन रहे स्मार्ट सिटी के 86.5 एकड़ भूमि पर आवासीय परिसर बनाया जाएगा. जहां की सड़कें 40 मीटर चौड़ी होंगी. स्मार्ट सिटी का मैप, आधुनिक कंट्रोल रूम और राजधानी रांची का कमांड सेंटर तैयार कर लिया गया है. एलएनटी कंपनी द्वारा स्मार्ट सिटी का काम किया जा रहा है. स्मार्ट सिटी के आवासीय परिसर के अत्याधुनिक तरीक से सीवरेज-ड्रेनेज सिस्टम तैयार करने का काम शुरू हो गया है.
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