Koderma : रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के दौरान एक भारतीय छात्र की मौत से वहां फंसे छात्रों के परिजनों की चिंता बढ़ गयी है. झारखंड के विभिन्न जिलों के 150 से ज्यादा छात्र-छात्राएं अब भी यूक्रेन में फंसे हैं. कोडरमा जिले के 5 छात्र फंसे हुए हैं. इसमें डेामचांच के दो, असनाबाद के एक, होली फैमिली अस्पताल के एक तथा आश्रम रोड के एक छात्र वहां फंसे हैं. एक छात्रा कोडरमा वापस लौट चूकी है. फंसे हुए छात्रों को वापस लाने के प्रयास भी अब तेज कर दिए गए हैं. उपायुक्त के निर्देश पर यूक्रेन में फंसे कोडरमा के छात्रों के परिजनों से अनुमंडल पदाधिकारी मनीष कुमार ने मुलाकात की और वीडियो कालिंग के माध्यम से बातचीत कर बच्चों का हाल-चाल जाना.
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अनुमंडल पदाधिकारी ने बच्चों के स्वजनों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि झारखंड सरकार और जिला प्रशासन लगातार संपर्क बनाए हुए हैं. अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि यह कठिन समय है, लेकिन हमें बच्चों को सपोर्ट और सहयोग देना है. बच्चों ने भी अद्भुत साहस दिखाया है. बच्चे खुद अपने दोस्तों के साथ सुरक्षित निकल रहे हैं. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की समस्या होने पर जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम में संपर्क कर सकते हैं. जिला प्रशासन ने जिला वासियों से अपील करते हुए कहा कि यूक्रेन में जिले के फंसे बच्चों जिनकी जानकारी हमें नहीं है, उनकी जानकारी साझा करें ताकि उनसे संपर्क स्थापित करते हुए अपने वतन वापस लाने का प्रयास कर सकें. सनद हो कि कोडरमा के कई छात्र अब भी यूक्रेन में फंसे हैं. लड़ाई काफी तेज होने के कारण परिजनों की चिंता बढ़ी हुई है. लोगों का कहना है कि भीषण ठंड के साथ-साथ छात्रों को खाने-पीने का भी संकट हो गया है.