New Delhi : यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लेकर विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि उच्चस्तरीय बैठक में नवीन की मौत को लेकर प्रधानमंत्री ने गहरा दुख प्रकट किया. उन्होंने कहा कि भारतीयों की तत्काल वापसी के लिए हमने रूस और यूक्रेन के राजदूतों से आज फिर बात की. अब तक 12 हजार यानी करीब 60% भारतीय यूक्रेन से निकल चुके हैं. कीव में अब कोई भारतीय नागरिक नहीं बचा है.
भारतीयों को लाने के लिए 3 दिन में 26 फ्लाइट्स भेजी जायेंगी
ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने का मिशन भी जारी है. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि पीएम ने यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए 3 दिनों में 26 फ्लाइट्स भेजने का फैसला किया है. भारतीयों को एयरलिफ्ट करने के लिए बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा पोलैंड और स्लोवाक के एयरपोर्ट का भी इस्तेमाल किया जाएगा.
भारतीय छात्रों को ट्रेन में नहीं चढ़ने दे रही यूक्रेन की पुलिस
इधर, खबर है कि हमले से बचने के लिए निकल रहे भारतीयों को यूक्रेनी पुलिस की भी प्रताड़ना सहनी पड़ रही है. बताया गया कि बड़ी तादाद में खारकीव रेलवे स्टेशन पर खड़े छात्रों को ट्रेन में नहीं बैठने दिया जा रहा है. यूक्रेनी पुलिस अपने लोगों को पहले बाहर निकाल रही है. बता दें कि खारकीव से छात्र पश्चिमी यूक्रेन के लविव या उज़रोहोद के लिए ट्रेन पकड़ने का इंतजार कर रहे हैं.
खारकीव में फंसे छात्र ने मांगी मदद
यूक्रेन के खारकीव में रूसी हमले में भारतीय छात्र नवीन की मौत हो गई. नवीन कर्नाटक का रहने वाला था. नवीन की मौत के बाद खारकीव में फंसे अब एक और भारतीय छात्र ने वीडियो जारी कर मदद मांगी है. छात्र ने बताया कि खारकीव में बम गिर रहे हैं, लगातार गोलीबारी हो रही है. ऐसे में लोगों को बंकरों में रहना पड़ रहा है. छात्र ने वीडियो जारी कर बताया कि उसका नाम आशुतोष है. वह तमिलनाडु के चेन्नई का रहने वाला है. अभी खारकीव में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है. आशुतोष ने बताया कि खारकीव में स्थिति काफी खराब है. यहां बम गिराए जा रहे हैं और फायरिंग हो रही है.
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