Moscow : यू्क्रेन पर हमला कर रूस ने अपने लिए बड़ी आफत मोल ले ली है. जानकारों का यही मानना है. जान लें कि अमेरिका और नाटो देशों ने रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाये हैं. इसका असर रूसी अर्थव्यवस्था पर नजर आने लगा है. आर्थिक मोर्चे पर रूस को भारी नुकसान होने की खबर है. देश की करेंसी रूबल की वैल्यू लगातार घटती जा रही है. विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिबंधों के कारण रूस के दुनिया में अलग-थलग पड़ने की आशंका बढ़ती जा रही है. रूसी बैंकों की स्थिति धीरे-धीरे खराब हो रही है.
बैंकों और एटीएम के सामने लोगों की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं. रूस की जनता को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं बाद में पैसे की निकासी पर लिमिट ना लग जाये.इस कारण लोग ज्यादा से ज्यादा कैश निकाल रहे हैं.रूसी मुद्रा की वैल्यू गिरने से महंगाई चरम पर पहुंचने का भी खतरा है.
इसे भी पढ़ें : Apple के बाद Google का रूस के प्रति सख्त रवैया, प्ले स्टोर से RT और Sputnik एप्स को किया ब्लॉक
रूस की 800 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति फ्रीज
एक अनुमान के अनुसार रूस की लगभग 800 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति फ्रीज हो चुकी है.यह पैसा पश्चिमी देशों के कब्जे में है. उसका लेन-देन ठप हो गया है.अब अपने बाजार को बचाने के लिए रूस के केंद्रीय बैंक अपने भंडार का इस्तेमाल करना होगा. सोना और विदेशी करेंसी को बेचकर संभलना होगा. बैंकों पर दबाव बढ़ने से रूसी वित्तीय प्रणाली को बड़ा नुकसान होगा.आयात पर पाबंदी से घरेलू उत्पादन प्रभावित होगा.
इसे भी पढ़ें : यूक्रेन के राजदूत ने कहा, रूस का नरसंहार ठीक वैसा ही, जैसा मुगलों ने राजपूतों पर किया, ओवैसी बरसे
रूसी बैंक कंगाल होने लगेंगे
एक्सपर्ट युद्ध का रूस की इकॉनमी पर असर का आकलन करने में जुटे हुए हैं. उनका दावा है कि आने वाले दिनों में रूसी बैंक कंगाल होने लगेंगे, करेंसी कौड़ियों के भाव रह जायेगी. अर्थव्यवस्था मंदी में चली जायेगी, महंगाई बढ़ेगी और बेरोजगारी चरम पर पहुंच जायेगी. बता दें कि यूरोपीय यूनियन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, ब्रिटेन, कनाडा और अमेरिका ने रूस की इकॉनमी की कमर तोड़ने के लिए उसे चार तरफ से घेरा है.
इसे भी पढ़ें : Russia Ukraine War : पुतिन ने दी परमाणु हमले की धमकी, अमेरिका वायुसेना एक्शन मोड में, Doomsday Plane ने उड़ान भरी
अमेरिकी हवाई क्षेत्र में रूसी विमान प्रतिबंधित
इन अमीरों में कई राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के करीबी हैं.प्रतिबंध के बाद वे विदेशों में अपनी संपत्ति और पैसे का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं.साथ ही रूस के साथ निर्यात और आयात को बिल्कुल जीरो करने की ओर कदम बढ़ाया जा रहा है. यानी न ही रूस से कोई माल खरीदा जायेगा और ना ही कोई उत्पाद उसे बेचा जायेगा.अमेरिकी हवाई क्षेत्र में रूसी विमानों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. इसे रूस की इकॉनमी को ध्वस्त करने की योजना का हिस्सा बताया जा रहा है.
सर्वविदित है कि रूस के प्रमुख बैंकों को पैसा ट्रांसफर करने वाले इंटरनैशनल सिस्टम स्विफ्ट (SWIFT) से बाहर कर दिया गया है. बैंक कई देशों से कट चुके हैं.इसके साथ ही रूस के सेंट्रल बैंक के अंतरराष्ट्रीय खाते सीज हो गये हैं. इसका मतलब है कि रूस विदेशों में पड़े अपने पैसों का इस्तेमाल नहीं कर पा रहा है.इसके अलावा रूसी अमीरों की एसेट्स और कंपनियों पर निगरानी तेज हुई है.उनके वीजा पर रोक लगा दी गयी है.
गूगल ने रूस के मीडिया प्लेटफॉर्म आरटी को ब्लॉक कर दिया
दुनिया की कई कंपनियों ने भी रूस में अपना कामकाज समेट लिया है.वीजा इंक और मास्टकार्ड ने भी रूस की कई वित्तीय संस्थाओं की भुगतान प्रणाली पर रोक लगा दी है.गूगल ने रूस के मीडिया प्लेटफॉर्म आरटी को ब्लॉक कर दिया.साथ ही अन्य चैनलों पर वीडियो विज्ञापन से मिलने वाले पैसे पर प्रतिबंध लगाया है. फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने भी अपने प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन से होने वाली कमाई पर रोक लगा दी है.नेसडैक इंक और इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज इंक ने अपने एक्सचेंजों में लिस्टेड रूस की कंपनियों के शेयरों के कारोबार पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी है.