Jamtara : जामताड़ा रेलवे स्टेशन के समीप एनएच- 419 और स्टेट हाइवे सड़क पर समपार फाटक संख्या 9 बी.टी पर 28 करोड़ 93 लाख रुपये की लागत से रेल ओवर ब्रिजज बनकर तैयार है. उदघाटन के लिए 24 फरवरी से 02 मार्च के बीच तीन बार तिथि तय हुई. परंतु किसी न किसी कारणवश उदघाटन टल गया. इधर आरओबी निर्माण कराने का श्रेय लेने की होड़ में सियासत तेज हो गई है. लिहाजा दुमका सांसद व जामताड़ा विधायक के बीच रेल ओवर ब्रिज के उदघाटन के लिए रस्साकशी जारी है.
इस रस्साकशी के कारण ही अब तक रेल ओवर ब्रिज शुरू नहीं हो सका है. दो मार्च को जामताड़ा विधायक डॉ इरफान अंसारी ने वीरग्राम गांव में नाव दुर्घटना के प्रभावित आश्रितों के लिए अनुदान राशि वितरण के बाद राजनीतिक पासा फेंकते हुए पुल का शुभारंभ हो जाने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि आरओबी की मंजूरी साल 2014 में मिली है. उस वक्त दुमका के सांसद शिबू सोरेन थे. कहा कि आरओबी की मंजूरी दिलाने में मेरे पिता (पूर्व सांसद फुरकान अंसारी) स्वयं और तत्कालीन सांसद का योगदान रहा है. परंतु स्थानीय सांसद सुनील सोरेन श्रेय लेने की झूठी कोशिश कर रहे है.
इधर माननीय के इंतजार में रेलवे के अधिकारी पलक पांवड़े बिछाए हैं. उदघाटन के इंतजार में रेल ओवर ब्रिज पर आवागमन कब तक बंद रहेगाय यह ज्वलंत सवाल लोगों को खाये जा रहा है माननीय कब जनता की तकलीफ को समझेंगे, कब सियासती वार- पलटवार को छोड़ रेल ओवर ब्रिज के उदघाटन के लिए समय देंगे, यह भविष्य के गर्भ में है.
यह भी पढ़ें : बोकारो : 4 मार्च से नियमित चलेगी रांची-दुमका इंटरसिटी