Ranchi : झारखंड विधानसभा के बजट सत्र के आठवें दिन सदन का कार्यवाही 11:12 बजे शुरू हुई. विधायक प्रदीप यादव ने कहा कि विधानसभा सचिवालय में कुछ ऐसे लोग बैठे हैं जो नहीं चाहते है कि घोटाले का प्रश्न अल्प सूचित प्रश्न में ना आये. ना ही उस पर बहस हो. यह एक बड़े घोटाले का संकेत है. उनकी मांग है कि विधानसभा की समिति बनाकर जांच कराएं और कारवाई की जाये.
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स्पीकर रविन्द्र नाथ महतो ने कहा- समिति बनाने की जरूरत होगी, तो बनायेंगे
दरअसल प्रदीप यादव ने हजारीबाग प्रबंधन में चापानल घोटाला उजागर होने के बाद पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से सवाल पूछा था कि घोटाले में कार्यरत अधिकारियों के रिश्तेदार के फर्म को बिना काम किये भुगतान किया गया है. उन्होंने इस प्रश्न को अल्प सूचित में डाला था, पर इसे तारांकित प्रश्न में डाला गया. जिसपर प्रदीप यादव ने सवाल उठाते हुए कहा कि घोटाले में शामिल अधिकारी नहीं चाहते हैं कि सवाल अल्प सूचित प्रश्न में आये.
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सवाल को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने खारिज किया
प्रदीप यादव के घोटाले के लिए सवाल को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने खारिज किया है. विभाग ने कहा है कि मामले के एक उच्च स्तरीय समिति बनाकर जांच की गई है. जांच में पाया गया है कि बिना काम किये राशि का भुगतान नहीं किया गया है.
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