Koderma : झारखंड पुलिस के पुलिसकर्मी अपनी 19 सूत्रों की मांग को लेकर काले बिल्ले लगाकर काम कर रहे हैं. कोडरमा के पुलिस जवान भी आज काले बिल्ले लगाकर काम कर रहे हैं. पुलिस कर्मी अपनी मांगों के लेकर 9 से 11 मार्च तक काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे.
क्षतिपूर्ति छुट्टी को 20 से बढ़ाकर 45 दिन करने की मांग
पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने बताया कि 2019 विधानसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मेनिफेस्टो जारी किया था. मेनिफेस्टो में कहा गया था कि पुलिस जवानों को 13 महीने के वेतन के साथ क्षतिपूर्ति छुट्टी 20 दिन से बढ़ाकर 45 दिन कर दिया जायेगा. हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री बने 2 साल हो चुके हैं. लेकिन पुलिस जवानों को अभी तक कोई सुविधा नहीं मिली है.
चार चरणों में पुलिसकर्मी करेंगे आंदोलन
पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने कहा कि केंद्रीय एसोसिएशन के निर्देशानुसार राज्य के सभी जिले के पुलिस जवान 19 सूत्री मांगों को लेकर चार चरणों में आंदोलन करेंगे. आज पहला दिन हम सब काले बिल्ले लगाकर तीन दिनों तक शांतिपूर्ण तरीके से काम करेंगे. अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानेगी तो हम सब एक दिन का उपवास रखेंगे. अगर फिर भी सरकार नहीं मानेगी तो सभी पुलिस अध्यक्षक के कार्यालय के सामने शांतिपूर्ण तरीके से एक दिवसीय धरना देंगे. अगर फिर भी हमारी मांगों को नहीं पूरा किया जागया. तब पूरे राज्य के लगभग 75000 पुलिस जवान एक साथ मिलकर धरना देंगे और 5 दिनों के लिए अवकाश पर जायेंगे.
पुलिसकर्मी 14 अप्रैल से 5 दिनों के सामूहिक अवकाश पर रहेंगे
प्रथम चरण का आंदोलन 9 मार्च से लेकर 11 मार्च तक चलेगा. इनमें पुलिसकर्मी काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे. द्वितीय चरण के आंदोलन में 21 मार्च को एक दिन का सामूहिक उपवास रहेगा. 31 मार्च को एक दिन का शांतिपूर्ण धरना और मांगों का ज्ञापन सौंपा जायेगा. 14 अप्रैल से पुलिसकर्मी 5 दिनों के सामूहिक अवकाश पर रहेंगे.
एसोसिएशन की मांगें
1. 20 दिनों की क्षतिपूर्ति अवकाश पूर्व की तरह बहाल करें.
2. पुलिसकर्मियों को मिलनेवाली एक माह का अतिरिक्त वेतन में त्रुटि का निदान
3. एसीपी, एमएसीपी से संबंधित आदेश में त्रुटि का निराकरण
4. सातवें वेतन के अनुरूप वर्दी भत्ता, राशन, धुलाई, विशेष कर्तव्य, चालक, द्रुह राइफल, तकनीकी, शिक्षण, प्रशिक्षण एवं अन्य भत्ता लागू करें.
5. जवानों को बेहतर इलाज के लिए मेडिकल सुविधा की व्यवस्था या प्रतिपूर्ति की जटिल प्रक्रिया को समाप्त करें
6. राज्य में तनाव के कारण आए दिन जवानों द्वारा किये जा रहे आत्महत्या को रोकने के लिए सार्थक पहल करें
7. उग्रवादी अभियान में लगे जवान की सुविधा एवं मनोबल बढ़ाना
8. नये वाहिनी एवं राज्य के कई जिलों में पुलिसकर्मियों का कार्यालय, पारिवारिक आवास भवन, एंव बैरक का निर्माण