Ranchi : झारखंड विधानसभा में बुधवार को कांग्रेस विधायक अंबा प्रसाद ने हजारीबाग के चिरुडीह की घटना में अपने परिवार को शामिल किये जाने का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि चिरुडीह में जब धरना प्रदर्शन हो रहा था तब उनकी मां निर्मला देवी धरने में बैठी थी. उस समय भड़की हिंसा में 4 लोग मारे गए थे. बाद में एक सुनियोजित तरीके से एक ऐसा डायरी बना दिया जिसमें मेरे पूरे परिवार को निशाना बनाया गया. मेरा सदन से मांग है कि एक सिटिंग जज की अध्यक्षता में पूरे मामले की जांच कराया जाये.
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संसदीय कार्य मंत्री इस विषय पर संज्ञान लें – स्पीकर
अंबा प्रसाद ने कहा कि यह एक तरह से लोकतंत्र की हत्या है. क्या धरने पर बैठी निर्मला देवी के हाथों में बंदूक था. कांग्रेस विधायक ने कहा कि मुझे न्याय चाहिए. यह लोकतंत्र की हत्या है. क्या एक जनप्रतिनिधि का जनता के बीच जाना अपराध है. स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने संसदीय कार्य मंत्री को निर्देश दिया कि इस विषय को वे संज्ञान में लें.
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मंगलवार को योगेंद्र साव और निर्मला देवी को दोषी करार दिया गया
बता दें कि हजारीबाग के बड़कागांव चिरूडीह हत्याकांड से जुड़े मामले में मंगलवार को पूर्व मंत्री योगेंद्र साव और उनकी पत्नी व पूर्व विधायक निर्मला देवी को दोषी करार दिया गया़ है. वहीं, उनके पुत्र अंकित कुमार साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया गया है. गुरुवार को सजा के बिंदु पर सुनवाई होगी.
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