Dhanbad : पिछले दिनों पेयजल विभाग द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर फेल साबित होता नजर आ रहा है. एक तरफ जल विभाग शहर तथा ग्रामीण क्षेत्रों को गर्मी में पानी उपलब्ध कराने के लिए तरह-तरह की योजनाओं से जोड़ने का वादा कर रहा है, शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में खराब पड़े हैंडपंपों की मरम्मत के लिए गाड़ियां दौड़ाई जा रही हैं, जबकि शहर में लगभग दो दर्जन से अधिक हैंड पंप अपनी हालत पर रो रहे हैं तापमान बढ़ने के साथ लोगों की प्यास बढ़ती जा रही है. लोग पानी के लिए सुबह से शाम तक चिंतित रहते हैं. जिन हैंडपंपों से प्यास बुझ सकती थी, वे बंद पड़े हैं.
मरम्मत के लिए घूम रही गाड़ियां
लगातार मीडिया शहर के विभिन्न स्थानों का मुआयना किया तो जानकारी मिली कि लगभग दो दर्जन से अधिक हैंडपंप बंद हैं, जिनकी मरम्मत नहीं की गई है. बता दें कि पिछले दिनों शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बंद पड़े हैंडपंपों की मरम्मत के लिए विभाग द्वारा एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया था, जिससे शिकायत कर इनकी मरम्मत करा सकते हैं. इसके अलावा विभाग की गाड़ियां खराब हैंडपंपों की मरम्मत के लिए निरंतर घूम रही हैं, लेकिन उनकी नजर इन बंद पड़े हैंडपंपों पर नहीं पड़ी है.
नंबर लगता नहीं, कहते हैं यह टेक्निकल इश्यू
बातचीत के दौरान स्थानीय बासुदेव साव ने बताया कि हैंड पंप की स्थिति ठीक-ठाक थी, पानी भी निरंतर मिल रहा था, लेकिन पिछले डेढ़ महीने से यह खराब पड़ा है. विभाग द्वारा जारी नंबर पर भी शिकायत करने की कोशिश की गई, पर कुछ नंबरों पर कॉल ही नहीं लगा तो कुछ नंबरों पर स्पष्ट उत्तर नहीं मिला. पेयजल विभाग के कार्यपालक अभियंता भीखराम भगत ने कहा है कि हेल्पलाइन नंबर पर आम जनता कॉल कर जानकारी दे सकती है. इसके बाद तुरंत बंद पड़े हैंडपम्प को ठीक कराया जाएगा. फोन ना लगने की बात पर उन्होंने इसे टेक्निकल इश्यू बताया है.
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