Ranchi : राज्य में कौशल विकास के नाम पर एजेंसियां अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए तय मानकों की अनदेखी कर रही हैं. राज्य में प्रशिक्षण देने वाली एजेंसी अपना लक्ष्य पूरा करने के लिए स्कूल जाने वाली छात्राओं को प्रशिक्षण देने का काम कर रही है. हाल ही में लातेहार जिला के एक मामले में मैट्रिक की छात्राओं को प्रशिक्षण केंद्र में रख कर प्रशिक्षण दिया जा रहा था. उन छात्राओं को यह भी जानकारी नहीं थी कि उनकी कब से परीक्षा है. मामले के खुलासे के बाद छात्राओं को रांची से वापस ले जाया गया था.
योजना का क्या है उदेश्य
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब, ग्रामीण, बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण एवं प्लेसमेंट प्रदान करना है. प्रशिक्षण देने वाली एजेंसी द्वारा कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके प्लेसमेंट किया जाता है. इस योजना के तहत 18 से 35 साल के युवा—युवतियों को प्रशिक्षण दिया जाता है.
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एजेंसियों का चयन और मॉनेटरिंग करता है JSLPS
दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना के तहत एक छात्रा को प्रशिक्षण और प्लेसमेंट देने पर सरकार की ओर से चार किस्तों में राशि दी जाती है. प्राप्त सूचना के अनुसार, एक व्यक्ति के प्रशिक्षण के लिए ट्रेड के अनुसार 80 हजार से एक लाख 30 हजार तक राशि का भुगतान सरकार की ओर से किया जाता है.
JSLPS ने 24 एजेंसियों से मांगा है प्लेसमेंट विवरण
कौशल विकास का प्रशिक्षण देने वाली 24 एजेंसियों ( पीआईए) से JSLPS ने प्लेसमेंट का ब्योरा मांगा है. इनमें शमिल हैं ये पीआईए—
- COTTON BLOSSOM
- EDUCATOR EXTRAORDINAIRE
- ID TECH SOLUTIONS
- MAHALUXMI BUILDTECH CONSORTIUM
- MS SUPPORT SERVICES
- PEARL GLOBAL INDUSTRIES
- STAR SECUTECH
- SLC EDUCATIONAL SOCIETY
- MAHANADI EDUCATION SOCIETY
- ANCHAL TECHNOVATIONS
- DON BOSCO TECH SOCIETY
- PIPAL TREE VENTURES
- CL EDUCATE LIMITED
- RASTOGI EDUCATION SOCIETY
- ORION EDUTECH
- NIAM EDUCATIONAL FOUNDATION
- QUESS CORP LTD
- LOGICPRO CONSULTING
- ORIENT CRAFT FASHION INST OF TECH
- G.C.S COMPUTER TECHNOLOGY
- BHARAT AROGYA AND GYAN MANDIR
- ILFS EDUCATION AND TECHNOLOGY SERVICES
- QUESS CORP
- MBD ALCHEMIE
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