Ranchi : रामनवमी के दिन लोहरदगा के ग्रामीण इलाकों में हुई हिंसा में अमान अंसारी की मौत हो गयी थी. आमया संगठन के अध्यक्ष एस अली की अगुवाई में अमान अंसारी की पत्नी शाहीना खातून को शनिवार को 81 हजार रुपये का आर्थिक सहयोग दिया गया. परिजनों ने बताया कि 10 अप्रैल को लोहरदगा से दवा लेकर मोटरसाइकिल से अमान अंसारी अपने भतीजा वसीम अंसारी के साथ चंदवा के बोदा गांव जा रहे थे. इनको कुजरा में 20- 25 लोगों ने घेर लिया था. दोनों पर तलवार, बल्लम और लाठी से हमला किया गया, जिसमें अमान अंसारी की मौत हो गई. जबकि वसीम अंसारी गंभीर रूप से घायल हो गया था.
सीएम को लिख चुके हैं पत्र
लोहरदगा सदर थाना में पीड़ित परिवार ने 25 लोगों के विरुद्ध नामजद एफआईआर करायी है. लेकिन अबतक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. बता दें कि कुछ दिनों पहले ही आमया संगठन ने इस संबंध में सूबे के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. जिसमें घटना की उच्चस्तरीय जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने, मृतक अमान अंसारी की बेवा को सरकारी नौकरी, सभी घायलों का समुचित इलाज, दुकान व सामानों की लूटपाट, आगजनी और क्षतिग्रस्त गाड़ियों का मुआवजा देने की मांग की गई है.
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जख्मी वसीम को पहले 25 हजार रुपये का कर चुके हैं सहयोग
रिम्स में इलाजरत वसीम अंसारी को आमया की ओर से पहले ही 25 हजार रुपये की सहायता की जा चुकी है. एस अली ने बताया कि अमान की मौत मॉब लिंचिंग में हुई है. अमान गांव में घूमकर आइसक्रीम बेचा करता था. उसकी चार बेटी और 8 माह का बेटा है.
दोषियों पर नहीं हुई कार्रवाई तो निकालेंगे ब्लैक मार्च
अली ने चेतावनी दी है कि यदि दोषियों पर जल्द कार्रवाई नहीं होती है, तो उनका संगठन ब्लैक मार्च निकालेगा. मौके पर मोहम्मद फुरकान, रहमतुल्लाह अंसारी, जियाउद्दीन अंसारी, इमरान अंसारी, नौशाद अंसारी, हारिस आलम, अबरार अहमद, मोहम्मद सईद, मोहम्मद परवेज, अकरम अंसारी और शहबाज आलम आदि मौजूद थे.
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