- आलमगीर आलम की ईडी जांच को लेकर कहा, संवैधानिक संस्थाओं और जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर हमारे लोगों को डरा रही बीजेपी
Ranchi : कांके विधायक समरी लाल की विधानसभा से सदस्यता रद्द करने के मामले में राजभवन द्वारा अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिये जाने पर कांग्रेस पार्टी ने नाराजगी जतायी है. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा है कि कांके विधायक की सदस्यता रद्द करने के मामले में जब विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) ने राज्यपाल को पत्र लिख दिया है, तो इतनी देर क्यों? हमारी राज्यपाल से मांग है कि वे जल्द ही इस पर फैसला लें. उन्होंने कहा है कि प्रदेश कांग्रेस जल्द ही राज्यपाल से मिलकर समरी लाल की सदस्यता रद्द करने की मांग करेगी. राजभवन पर हमला बोलते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, कांके विधायक समरी लाल मामले में राजभवन को रिपोर्ट भेजी गयी है, फिर भी राजभवन द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया है. अभी तक रिपोर्ट केंद्रीय निर्वाचन आयोग को भेजी गयी है या नहीं, यह भी किसी को भी पता नहीं.
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कांके विधायक के मामले में जल्द फैसला लें राज्यपाल
राजेश ठाकुर ने कहा, केंद्र की भाजपा सरकार राजभवन पर दबाव डालने का काम कर रही हैं. ऐसे में कई फैसले दबाव में लिये जा रहे हैं. दूसरी और हमें यह भी देखना चाहिए कि राज्यपाल संविधान के संरक्षक होते हैं. झारखंड के राज्यपाल काफी सुलझे हुए व्यक्ति हैं. कांग्रेस पार्टी की अपील है कि वे निष्पक्ष तरीके से काम कर कांके विधायक के मामले में जल्द फैसला लें.
संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग कर रहा केंद्र
विधायक दल के नेता और सूबे के कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसने के मामले में राजेश ठाकुर ने कहा, केंद्र सरकार एक बार फिर से जांच एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है. केंद्र द्वारा संवैधानिक संस्थानों का दुरुपयोग किया जा रहा है. बीजेपी हमारे लोगों को डरा- धमका कर झारखंड में सत्ता पाना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि यह बात किसी से छुपी नहीं है कि सीबीआई और ईडी कई ऐसे मामलों आगे बढ़कर काम कर रही है. पूर्व में कई न्यायाधीशों ने सीबीआई को पिंजरे का तोता बताया था, वही स्थिति कमोवेश आज झारखंड में भी दिखायी दे रही है.
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