Ranchi : रिम्स में शुक्रवार देर रात समय पर खून नहीं मिलने के कारण एक 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई. यह आरोप लगाया है बच्चे के परिजनों ने. उन्होंने रिम्स ब्लड बैंक पर आरोप लगाते हुए कहा कि 12 वर्षीय रेशु महली सिक्कल सेल-एनेमिया रोग से पीड़ित था. इसके रोगी को समय पर खून नहीं मिलने पर उसकी मौत हो सकती है. बच्चे को देर रात स्थिति गंभीर होने के कारण रिम्स के पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती किया गया, जहां से उसे तत्काल ए पॉजिटिव खून चढ़ाने की बात कही.
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खून देने के लिए डोनर की मांग की गई
डिमांड लेटर में चिकित्सकों ने इमरजेंसी, फ्री और लाइफ सेविंग जैसे शब्दों का भी इस्तमाल किया था. बावजूद उनसे खून के बदले डोनर की मांग की गई. काफी देर तक खून नहीं मिलने के कारण रेशु की स्थिति बिगड़ती गई. देर रात दो बजे तक उसके परिजनों को खून नहीं मिला और इसके अभाव में उसकी मौत हो गई. परिजनों ने बताया कि लाइफ सेविंग मामलों में खून के लिए डोनर की अनिवार्यता नहीं है. इसके बावजूद डोनर मांग की गई. शिशु रोग विभाग के एक पीजी डॉक्टर के ब्लड बैंक पहुंचकर खून जल्द उपलब्ध कराने की विनती करने के बाद भी खून नहीं दिया गया.
रिम्स ब्लड बैंक इंचार्ज ने कहा, ब्लड मैच कर आवाज लगाई थी
इधर, ब्लड बैंक की इंचार्ज डॉ सुषमा कुमारी ने कहा कि बच्चे की स्थिति गंभीर थी. ब्लड बैंक को रिक्यूजिशन फॉर्म प्राप्त होने के बाद तुरंत क्रॉस मैचिंग कर रात 11 बजे के करीब उसके परिजनों को आवाज लगाई गई थी. रेशु के नाम से ब्लड अब भी ब्लड बैंक में जमा है. काफी इंतजार करने के बाद भी कोई खून लेने नही पहुंचा था.
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