Jamshedpur: शहर से सटे बामनगोड़ा-बारीगोड़ा मुख्य सड़क स्थित पुलिया के जाम होने की स्थिति में एक बार फिर आस-पास के घरों में नाला का गंदा पानी घुसने का खतरा मंडराने लगा है. इसका संकेत गुरुवार को हुई हल्की बारिश के बाद मिला. वर्षा के दौरान ही टाटा पावर की ओर से आस-पास के क्षेत्रों में बनाए गए ही सैंड पौंड (फ्लाईएस) का गंदा पानी छोड़े जाने से स्थिति और भयावह हो गई. इस दौरान लोगों के घरों के पीछे खेतों में लबालब पानी भर गया और जल निकासी अवरूद्ध हो गया. जिससे लोगों में अभी से ही घरों में पानी घुसने का डर समा गया है.
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स्थानीय लोग नाले में डालते हैं घरों का कचरा
बारीगोड़ा एवं बामनगोड़ा को जोड़ने वाला नाला कचरा डंपिंग स्थल बना हुआ है. आस-पास के घरों का पूरा कचरा नाले में फेंका जाता है. जिसके कारण नाला भर गया है. फलस्वरूप नाले में पानी का बहाव अवरूद्ध हो गया है. रही सही कसर बीएसएनएल ने पूरी कर दी है. विभागीय लापरवाही के चलते नाले के पानी वाले बहाव में दो-दो पइप लगाए गए है. जो नाला के अवरूद्ध होने का मुख्य कारण है. उक्त पाइप के भीतर से टेलीफोन का केबुल पानी के बहाव वाले स्थान पर पार किया गया है. स्थानीय निवासी दीपक कुमार ने कहा कि ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिये बीएसएनएल के अधिकारियों ने दोषपूर्ण कार्य को स्वीकृति दे दी. जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है.
सिंचाई नाला बनने से लोगों को होगा लाभ
दीपक कुमार ने कहा कि बरसात से पहले नाले की सफाई कराकर पक्का सिंचाई नाला बामनगोड़ा-बारीगोड़ा पुलिया से लेकर बारीगोड़ा नीचे टोला तक बनाया जाना चाहिए. जिसका इस्तेमाल लोग सिंचाई कार्य में कर सकें. उन्होंने कहा कि अगर बरसात से पहले इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो निसंदेह गंदा पानी लोगों के घरों में घुसेगा. उन्होंने स्थानीय प्रशासन एवं प्रतिनिधियों से क्षेत्र की कंपनियों से सीएसआर के तहत उपरोक्त कार्य करवाने की मांग की. जिससे क्षेत्र की जनता को नाला जाम एवं घरों में पानी घुसने की समस्या से निजात मिल सके.
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