Dumka : दुमका (Dumka)– दुमका कोर्ट के अधिवक्ताओं पर खतरा मंडरा रहा है. 500 से अधिक अधिवक्ता डर और खौफ के साए में जी रहे हैं. 5 मई को को कोर्ट खुलते बड़ा हादसा होते-होते टल गया. सुबह के समय हल्की हवा बहते ही अधिवक्ताओं के बैठने के लिए बनी झोपड़ी टूटकर गिर पड़ी. झोपड़ी में अधिवक्ता सुबोध कुमार झा बैठे थे. वे नीचे दब गए. उन्हें मामूली चोट आई है. झोपड़ी को गिरते देख व्यवहार न्यायालय गेट पर तैनात पुलिसकर्मी दौड़कर पहुंचे और अधिवक्ता को निकाला. इत्तेफाक से वहां उस समय ज्यादा अधिवक्ता मौजूद नहीं थे. नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था.
उल्लेखनीय है कि अधिवक्ताओं को बैठने के लिए पुराना भवन है. इसकी क्षमता सिर्फ 50 से 60 अधिवक्ताओं के बैठने की है. शेष अधिवक्ता पेड़ के नीचे झोपड़ी लगाकर बैठते हैं. यह झोपड़ी जानलेवा है. तेज हवा बहने से यह कभी भी धराशयी हो सकता है. पेड़ की डाल भी इसपर टूटकर गिर सकती है. 5 मई को हल्की हवा में झोपड़ी का गिरना इसी ओर इशारा करता है.
अधिवक्ता संघ के महासचिव राजेश कुमार यादव ने अधिवक्ताओं के लिए बैठने के लिए भवन की मांग की है. उनका कहना है कि बैठने की जगह नहीं होने से अधिनवक्ताओं को परेशानी होती है. इसके लिए सीएम को भी ज्ञापन दिया जा चुका है, लेकिन अब तक भवन का निर्माण नहीं किया गया. भवन का निर्माण नहीं किए जाने पर उन्होंने आंदोलन छेड़ने की चेतावनी दी है.
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