Dhanbad : अपराधियों की धमकी से धनबाद (Dhanbad) छोड़ चुके जाने-माने चिकित्सक डॉ. समीर कुमार ने कहा है कि पुलिस के सामने उन्होंने तीन मांग रखी हैं. पुलिस जब उन मागों को पूरा करेगी, उसके बाद ही धनबाद लौटेंगे. 8 मई को लगातार रिपोर्टर से टेलीफोनिक बातचीत में डॉ. समीर ने स्पष्ट कहा कि मैंने पुलिस के समक्ष अपनी बात रख दी है. उस पर अमल करना पुलिस का काम है. जब तक शर्त पूरी नहीं होगी, धनबाद नहीं लौटूंगा.
ज्ञात हो कि डॉ. समीर से अपराधी पिछले एक माह से उनके मोबाइल पर धमकी दे रहे थे. उनसे एक करोड़ रुपए रंगदारी मांग रहे थे. इससे सहमे डॉक्टर ने अपने परिवार की जान को खतरा बताते हुए धनबाद छोड़ दिया. डॉ. समीर कुमार के शहर छोड़ने के बाद से धनबाद के बैंक मोड़ मटकुरिया स्थित उनका क्लीनिक सुयश बंद है. वहां सेवा देने वाले डॉक्टरों ने भी क्लिनिक आना बंद कर दिया है. क्लिनिक में मरीजों की देखभाल के लिए रखे गए 40 कर्मियों के चेहरे पर मायूसी दिखी. डॉ. समीर के नहीं रहने से उनकी नौकरी खतरे में पड़ गई है. इस बीच डॉक्टर से रंगदारी मांगने के मामले में 4 अपराधियों की गिरफ्तारी और अपराधियों के खिलफ पुलिस की दबिश पर आईएमए की धनबाद शाखा ने संतोष जताया है. आईएमए के पदाधिकारी 8 मई की शाम बैठक कर हड़ताल पर निर्णय लेंगे.
बताते चलें कि रंगदारी मामले में आईएमए की अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा के बाद ही पुलिस हरकत में आई और अलग-अलग जगहों पर छापेमारी कर चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा. वही, जेल में बंद अमन सिंह को 7 मई की रात धनबाद जेल से दुमका जेल शिफ्ट कर दिया. पुलिस की इस कार्रवाई से आईएमए फिलहाल संतुष्ट है. आईएमए के सचिव डॉ. सुशील कुमार ने लगातार रिपोटर को बताया कि आगे ऐसी घटना न हो यह पुलिस को सुनिश्चित करना होगा.
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