Ranchi : IAS पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार के लगाए आरोप के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. शनिवार शाम सदर अस्पताल में जांच के बाद जब सीए सुमन कुमार को कस्टडी में भेजा जा रहा था, तो उन्होंने कहा था कि उन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूजा सिंघल और विनय चौबे का नाम लेने के लिए उनपर दबाव डाला जा रहा है. इसे लेकर रविवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया.रांची जिला जेएमएम अध्यक्ष मुश्ताक आलम की अध्यक्षता में यह प्रदर्शन किया गया है.
यहां बता दें कि पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार को ईडी ने शनिवार को अरेस्ट किया था. शुक्रवार को छापेमारी के दौरान सीए सुमन कुमार के घर से ईडी ने करोड़ों के कैश बरामद किये थे.
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राज्य का विकास बीजेपी को नहीं पच रहा – जेएमएम
जेएमएम जिला अध्यक्ष मुस्ताक आलम ने कहा कि आज भाजपा के नेतृत्व में एक आदिवासी मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. भाजपा अगर यह रवैया नहीं बदलता है तो जेएमएम सड़क पर उतर कर भाजपा के खिलाफ उग्र विरोध प्रदर्शन करेगा.
जेएमएम नेत्री महुआ मांझी ने कहा कि आज मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जो एक आदिवासी भी है, जिस तरह राज्य के विकास कर रहे हैं, वह भाजपा नेताओं को पच नहीं रहा है. मुख्यमंत्री पर अनर्गल आरोप लगाने की साजिश रची जा रही है, इसका JMM कड़ा विरोध करती है. अभी तो पार्टी भाजपा के खिलाफ सांकेतिक विरोध प्रदर्शन कर रही है. अगर भाजपा अपना रवैया नहीं बदलती है तो यह विरोध प्रदर्शन सड़क पर उग्र रूप में किया.
सरकार की उल्टी गिनती शुरू – प्रतुल
दूसरी ओर बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने इस विरोध प्रदर्शन को लेकर जोरदार पलटवार किया है. उन्होंने जेएमएम से पूछा है, क्या यह विरोध प्रदर्शन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के लिए माइंस के खिलाफ था. क्या यह विरोध प्रदर्शन इसलिए था, क्योंकि हेमंत सरकार आज झारखंड की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट रही है. भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि दरअसल यह विरोध प्रदर्शन जेएमएम इसलिए कर रहा है, क्योंकि अब सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है.
25 ठिकानों पर हुई छापेमारी
बता दें कि ईडी की टीम शुक्रवार सुबह से ही आईएएस पूजा सिंघल के 25 ठिकानों पर दो दिन तक छापेमारी की. इस दौरान 19.31 करोड़ रुपये और 300 करोड़ के दस्तावेज ईडी ने जब्त किए हैं. ईडी ने पूजा सिंघल के जिन ठिकाने पर छापेमारी की थी, उनमें झारखंड के रांची, खूंटी, राजस्थान के जयपुर, हरियाणा के फरीदाबाद व गुरुग्राम, पश्चिम बंगाल के कोलकाता, बिहार के मुजफ्फरपुर व दिल्ली एनसीआर शामिल हैं. रांची में ईडी कांके रोड के चांदनी चौक स्थित पंचवटी रेजिडेंसी के ब्लाक नंबर नौ, लालपुर के हरिओम टावर स्थित नई बिल्डिंग, बरियातू के पल्स अस्पताल और पूजा सिंघल के सरकारी आवास में छापेमारी हुई थी.
ईडी ने मनरेगा घोटाले मामले में शपथ पत्र दायर की थी
जानकारी के मुताबिक, ईडी ने मनरेगा घोटाले के एक मामले में झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर पूरे मामले की जानकारी से संबंधित शपथ पत्र दायर की थी. ईडी ने शपथ पत्र के माध्यम से कोर्ट को बताया था कि झारखंड के खूंटी जिले में मनरेगा में 18.06 करोड़ रुपये के घोटाले के वक्त वहां की डीसी पूजा सिंघल थी. इस मामले में वहां के जेई राम विनोद प्रसाद सिन्हा गिरफ्तार कर जेल भेजे गये थे. उसने स्वीकार किया था कि कमीशन की राशि डीसी ऑफिस तक पहुंचती थी. ईडी ने चतरा और पलामू के भी दोनों मामलों की चल रही जांच की जानकारी अपने शपथ पत्र के माध्यम से हाई कोर्ट को दी थी.
इन मामलों की जांच है जारी
ईडी ने शपथ पत्र में बताया था कि पूजा सिंघल चतरा जिले में अगस्त 2007 से जून 2008 तक डीसी थी. आरोप है कि उन्होंने दो एनजीओ को मनरेगा के तहत छह करोड़ रुपये का अग्रिम भुगतान किया था. इन दोनों एनजीओ में वेलफेयर पाइंट और प्रेरणा निकेतन शामिल है. उक्त राशि मूसली की खेती के लिए आवंटित की गई थी,जबकि इस तरह का कोई कार्य वहां नहीं हुआ था, जिसकी जांच अभी जारी है. इसके अलावा पलामू जिला में डीसी रहते हुए पूजा सिंघल पर यह आरोप है कि उन्होंने करीब 83 एकड़ जंगल भूमि को निजी कंपनी को खनन के लिए ट्रांसफर किया था. यह कठौतिया कोल माइंस से जुड़ा मामला है. ईडी ने कोर्ट को बताया था कि इस मामले की भी जांच जारी है.
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