Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) के पूर्व डिप्टी मेयर नीरज हत्याकांड में जेल में बंद शूटर अमन सिंह के भाई अजय सिंह ने उसके कई राज का खुलाशा किया है. गिरफ्तार अजय ने पुलिस को बताया कि अमन सिंह ने धनबाद में रंगादारी से मिले पैसों से यूपी के मिर्जापुर में दो बीघा जमीन खरीदी है. यह जमीन अभिषेक प्रताप सिंह के नाम पर है. इसमें अभिनव सिंह भी पार्टनर है. अमन ने कई अन्य जगहों पर भी दूसरों के नाम पर अचल संपत्ति बनाई है. वह धनबाद में हर महीने 25 से 30 लाख रुपए रंगदारी वसूल रहा है. उसने अपने स्वीकारोक्ति बयान में पुलिस को बताया कि आशीष रंजन उर्फ छोटू के नाम पर अमन सिंह ने ही धनबाद के सर्जन डॉ. समीर कुमार से रंगदारी मांगी थी. पुलिस ने अजय सिंह का स्वीकारोक्ति बयान कोर्ट में समर्पित कर दिया है. वहीं, अजय सिंह को जेल भेज दिया है.
नीरज सिंह की हत्या में मिले 10 लाख बेटी के नाम जमा किया
अजय सिंह ने बताया कि नीरज सिंह की हत्या के बाद अमन सिंह को मोटी रकम मिली थी. उसी राशि में से 10 लाख रुपए उसने अपनी बेटी गरिमा सिंह उर्फ गुड्डी के नाम पर बैंक में जमा किया है. नीरज सिंह हत्याकांड में अमन के पकड़े जाने के बाद वह उससे मिलने धनबाद आया था, पर मुलाकात नहीं हो पाई थी. वैसे मोबाइल पर वह बराबर उसके संपर्क में रहा. साल 2020 में अमन सिंह के सहयोगी वीर बहादुर के कहने पर वह झरिया के मोहम्मद जावेद से मिलने आया था. उसने जावेद के साथ तीन महीने तक कोयले का कारोबार किया था. इसके लिए अमन ने ही रंगदारी के पैसे भेजे थे.
अमन के पैसों से कोयला ट्रांसपोर्टिंग करता था वीरू
डॉ. समीर कुमार से रंगदारी मांगने के मामले में धनबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले वीर बहादुर को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा है. अजय सिंह ने स्वीकारोक्ति बयान में कहा है कि अमन द्वारा वसूली गई रंगदारी की रकम से ही वीर बहादुर उर्फ वीरू कोयला ट्रांसपोर्टिंग का धंधा चला रहा था. अमन रंगदारी के पैसे अपने दोनों भाइयों और पत्नी के खाता में भेजवाता था, जिससे अमन ने कई जगह संपत्ति बनाई है.
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