- किस अफसर ने दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई और बिहार में बनाई है संपत्ति, जल्द उतारूंगा नकाब- दीपक प्रकाश
- दीपक प्रकाश और बाबूलाल का दावा- भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ हैं पुख्ता सबूत, सबके चेहरे से उतरेगा नकाब
Ranchi: IAS पूजा सिंघल मामले में खुलासे के बाद सवाल उठने लगा है कि आखिर और कितने सिंघल सरकार के विभागों में बैठे हैं. धीरे-धीरे ऐसे ब्यूरोक्रेट्स के चेहरे पर लगा नकाब उतरने लगा है. रविवार को बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने खुलासा किया कि पलामू डीसी शशि रंजन ने अपने रिश्तेदारों के नाम खान आवंटित किया. इसके बाद सोमवार को उन्होंने दावा किया कि उनके पास और भी कई ब्यूरोक्रेट्स के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं. किस-किस अफसर ने राज्य के विकास के लिए आये पैसे से अपना विकास किया है, एक-एक कर इसका खुलासा किया जाएगा. उधर बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने भी सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह दावा किया कि उनके पास कई अफसरों का कच्चा चिट्ठा है. समय आने पर वो एक-एक की पोल खोलेंगे. रांची की लेटेस्ट खबरों के लिए यहां क्लिक करें…
कुछ अफसरों ने झारखंड में लूटपाट मचाकर दूसरे राज्यों में बनाई संपत्ति
दीपक प्रकाश ने कहा है कि झारखंड के कुछ प्रशासनिक अधिकारी राज्य को लूटखंड बनाना चाहते हैं. उनके पास ऐसे कई अफसरों के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं. किस तरह उन्होंने झारखंड में लूटपाट मचाया और फिर दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और बिहार समेत कई स्थानों पर नामी और बेनामी संपत्ति बनाने का काम किया है. धीरे-धीरे ऐसे सभी अफसरों के चेहरे से बीजेपी नकाब उतारेगी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाएं झारखंड के विकास के लिए आती हैं. इस पैसे को कुछ अफसरों ने बुरी तरह लूटा है. पूजा सिंघल इसका उदाहरण हैं.
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स्टडी लीव के बहाने पंजाब से आकर झारखंड में फाइलें खंगाल रहे लकड़ा जी
दीपक प्रकाश ने सरकार के एक करीबी अफसर को लेकर भी कड़ी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि एक लकड़ा जी स्टडी लीव लेकर पंजाब से चले आये हैं. यहां स्टडी लीव के बहाने वे फाइलों का अवलोकन करते हैं. लकड़ा जी मुख्यमंत्री को लकड़ी बनाकर रखे हुए हैं. यह दुर्भाग्य की बात है.
हेमंत सरकार की नीयत ठीक नहीं
पलामू डीसी मामले में उन्होंने कहा कि उन्होंने चोरी भी की और फिर सीनाजोरी कर रहे हैं. अपने रिश्तेदारों को खान आवंटित कर यहां के खनिज- संपदा को लुटवाने का काम किया है. ऊपर से कह रहे हैं कि नियम के तहत किये गये हैं. वहीं इस मामले पर सरकार के किसी नुमाइंदे ने कोई कार्रवाई नहीं की. वहीं एक बार फिर उन्होंने सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की नीयत ठीक नहीं है. हम जहां जाते हैं वहां आईबी के अफसर घूमते नजर आते हैं. इस सरकार ने अफसरों को जेएमएम का कार्यकर्ता बना दिया है.