- कहा- केंद्र सरकार ने दिल्ली को छावनी में तब्दील कर अघोषित आपातकाल किया लागू
- अग्निपथ योजना और ED की राहुल गांधी से चल रही लगातार पूछताछ का कांग्रेसी कर रहे विरोध
New Delhi/Ranchi : अग्निपथ योजना के विरोध में मचे बवाल और प्रवर्तन निदेशालय (ED) की राहुल गांधी से चल रही पूछताछ के बीच पार्टी के सांसद और सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया गया था. दिल्ली बुलाने का उद्देश्य सभी जनप्रतिनिधियों के साथ पार्टी का शक्ति प्रदर्शन था. इसके अलावा सत्याग्रह के माध्यम से केंद्र सरकार को एक मैसेज भी देना था. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में झारखंड कांग्रेस के सांसद, विधायकों ने न केवल सत्याग्रह में भाग लिया बल्कि दिल्ली में राहुल गांधी से मिलाकात भी की.
मुलाकात के बाद प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, सत्याग्रह में झारखंड कांग्रेस की भी अग्रणी भूमिका रही. मोदी सरकार ने कायर की भांति पुलिस के जवानों को आगे कर दिल्ली को छावनी में तब्दील कर अघोषित आपातकाल लागू कर दिया है.
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सत्याग्रह में भाग लेने वालों में प्रदेश अध्यक्ष के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, मंत्री रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, विधायक डॉ इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, कुमार जयमंगल, नमन विक्सल कोन्गाडी, अम्बा प्रसाद, पूर्णिमा नीरज सिंह, सोना राम सिंकू, रामचन्द्र सिंह, भूषण बाड़ा, डॉ प्रदीप बलमुचू, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय जैसे नेता थे.
सच को दबाया नहीं जा सकता- राजेश ठाकुर
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने सत्य को ललकारा है. सत्य को आवरण की जरूरत नहीं है, न ही उसको दबाया जा सकता और न ही उसको झुकाया जा सकता. उन्होंने कहा कि सत्याग्रह आंदोलन को जब अंग्रेज नहीं दबा पाये तो ये मोदी सरकार क्या दबा पाएगी.
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उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उसके नेतृत्व को झुकाने के लिए मोदी सरकार आठ साल से जोर लगा रही है. हम लोकतंत्र के सिपाही हैं, संविधान के रखवाले हैं. हम न दबेंगे, न डरेंगे और ना ही झुकेंगे.
कांग्रेस कार्यकर्ता माफी मांग कर वीर कहलाने वाले नहीं: आलमगीर
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि हमने तानाशाही ताकत को हिन्दुस्तान छोड़कर जाने पर विवश किया था. हम पंडित नेहरू के उस वैचारिक सोच से जुड़े हैं जिन्होंने दस साल जेल में गुजारे. हम माफी मांग कर वीर कहलाने वाले नहीं हैं.