Mumbai : महाराष्ट्र की राजनीति में जारी भूचाल के बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हम एनसीपी और कांग्रेस से गठबंधन तोड़ने के लिए तैयार हैं. बस शिंदे मुंबई आकर उद्धव से बात करें. जानकारों के अनुसार महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार का गिरना अब लगभग तय माना जा रहा है. संजय राउत ने कहा कि विधायकों को गुवाहाटी से संदेश नहीं देना चाहिए. वे लोग मुंबई वापस आकर बात करें, सीएम से चर्चा करें. अगर सभी विधायक चाहते हैं कि हम MVA गठबंधन से बाहर आ जायें तो इसपर भी बातचीत होगी. लेकिन यहां आकर सीएम से बात करनी होगी. कहा कि एकनाथ शिंदे के साथ मौजूद सभी विधायकों को अगर लग रहा है कि उनको एनसीपी और कांग्रेस के साथ नहीं रहना है तो आप यहां मुंबई आकर उद्धव ठाकरे के साथ बैठकर चर्चा करें. हम सत्ता को छोड़ने के लिए तैयार हैं. इस क्रम में राउत ने कहा कि मैं एकनाथ शिंदे और उनके विधायकों को 24 घंटे का समय देता हूं
MLAs should not communicate from Guwahati, they should come back to Mumbai and discuss all this with CM. We are ready to consider exiting out of MVA if this is the will of all MLAs, but for that, they have to come here & discuss it with the CM: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/295dmSFsjy
— ANI (@ANI) June 23, 2022
शिंदे ने 42 शिवसेना और 7 निर्दलीय विधायकों के साथ वीडिओ जारी किया
#WATCH | Assam | 42 rebel MLAs from Maharashtra – 35 from Shiv Sena and 7 Independent MLAs – seen together at Radisson Blu Hotel in Guwahati.#MaharashtraPoliticalCrisis pic.twitter.com/6MPgq42a3V
— ANI (@ANI) June 23, 2022
गुवाहाटी में एकनाथ शिंदे ने 42 शिवसेना और 7 निर्दलीय विधायकों के साथ फोटो और वीडिओ जारी कर शक्ति प्रदर्शन किया है. सूत्रों के अनुसार सरकार गठन और आगे की प्रक्रिया को लेकर महाराष्ट्र भाजपा में मंथन जारी है. खबर है कि भाजपा ने एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में 8 कैबिनेट रैंक और 5 राज्य मंत्री रैंक का ऑफर दिया है. साथ ही केंद्र में भी 2 मंत्री पद देने की पेशकश की गयी है. . इससे पूर्व बागी नेता एकनाथ शिंदे ने एक पत्र शेयर किया है. अपने पत्र में संजय शिरसाट ने उद्धव को लिखा है कि शिवसेना विधायकों के लिए आपका दरवाजा हमेशा बंद रहता था. आप इन विधायकों की सुनते नहीं थे. शिंदे हमेशा विधायकों की सुनते थे और आगे भी सुनेंगे.
संजय शिरसाट का पत्र उद्धव ठाकरे के नाम
कल वर्षा बंगले के दरवाजे सचमुच जनता के लिए खोल दिये गये. बंगले पर भीड़ देखकर खुशी हुई. पिछले ढाई साल से शिवसेना विधायक के तौर पर हमारे लिए दरवाजे बंद थे. हमें ऐसे लोग चला रहे थे, जिन्हें लोगों ने नहीं चुना था. ये लोग विधान परिषद और राज्यसभा के माध्यम से आये थे. तथाकथित (चाणक्य लिपिक) बडवे हमें हराने और राज्यसभा और विधान परिषद चुनाव की रणनीति तय करने का काम कर रहे थे. इसका परिणाम सिर्फ महाराष्ट्र ने देखा है. शिवसेना विधायक के रूप में हमें वर्षा बंगले तक सीधी पहुंच नहीं मिली. मुख्यमंत्री मंत्रालय की छठी मंजिल पर सभी से मिलते हैं, लेकिन हमारे लिए कोई जगह ही नहीं थी, क्योंकि आप कभी मंत्रालय ही नहीं गये.
कई बार निर्वाचन क्षेत्र के काम, अन्य मुद्दों, व्यक्तिगत समस्याओं के लिए सीएम साहब से मिलने का अनुरोध करने के बाद हमें बुलाया जाता और बंगले के गेट पर घंटों खड़ा रखा जाता. मैंने कई बार सीएम को फोन किया पर फोन रिसीव नहीं होता था. आखिरकार हम ऊब जाते और चले जाते. हमारा सवाल यह है कि अपने ही विधायकों के साथ ऐसा अपमानजनक व्यवहार क्यों? ऐसे विधायकों से इस तरह का व्यवहार जिन्हें तीन-चार लाख मतदाता चुनते हैं?
गुवाहाटी होटल के बाहर TMC कार्यकर्ताओं का हंगामा
महाराष्ट्र के सियासी घमासान में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस की एंट्री हो गयी है. 41 शिवसेना और 9 निर्दलीय विधायकों के साथ एकनाथ शिंदे जिस होटल में ठहरे हैं, उसके बाहर TMC कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया. इनका कहना था कि विधायकों की खरीद-फरोख्त की जा रही है. इसे रोका जाये. पुलिस ने इन्हें हिरासत में ले लिया है.