Mumbai : शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत आज NCP सुप्रीमो शरद पवार से मिले. खबर है कि उनके बीच MVA सरकार बचाने और शिवसेना के बागियों से निपटने की रणनीति बनी. दक्षिण मुंबई के वाईएस चौहान सेंटर पर शरद पवार शिवसेना सांसद संजय राउत और महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल के बीच बैठक हुई. पवार से मिलने के बाद संजय राउत के सुर बदल गये. पूर्व में MVA से अलग होने की बात कहने वाले संजय राउत ने तेवर तल्ख करते हुए कहा, हमें जो करना था कर लिया है. हम सब (MVA) एकसाथ हैं. बागियों के लिए उन्होंने कहा कि उनसे बातचीत और वापस आने का वक्त अब निकल चुका है.
Mumbai | We will win on the Floor of the House, we won’t give up. They (MLAs) have taken a very wrong step. We also gave them a chance to return to Mumbai. Now, we challenge them to come to Mumbai: Shiv Sena leader Sanjay Raut on rebel MLAs pic.twitter.com/d934TwAe1t
— ANI (@ANI) June 24, 2022
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अगर फ्लोर टेस्ट हुआ तो हम ही जीतेंगे
संजय राउत ने कहा कि अगर फ्लोर टेस्ट हुआ तो हम ही जीतेंगे. साथ ही संजय राउत ने कहा कि अगर लड़ाई सड़क पर हुई तो वहां भी जीतेंगे. जिसे हमारा सामना करना है वह मुंबई में आ सकते हैं. इन्होंने (बागी विधायकों ने) गलत कदम उठाया है. हमने इन्हें वापस आने का मौका भी दिया लेकिन अब समय निकल चुका है. संजय राउत ने शरद पवार से मुलाकात को लेकर कहा, वह महाराष्ट्र की राजनीति के सबसे बड़े नेता हैं और भीष्म पितामह हैं.
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महाराष्ट्र संकट पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगा
इसी बीच खबर आयी है कि महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट पर सुप्रीम कोर्ट बुधवार को सुनवाई करेगा. मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की नेता जया ठाकुर द्वारा दायर याचिका में सुप्रीम कोर्ट से दलबदल में शामिल सभी विधायकों पर कार्रवाई की मांग की गयी है.
शिवसेना के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग
शिवसेना ने चार और विधायकों को अयोग्य ठहराने का पीटिशन विधासनभा के डिप्टी स्पीकर के कार्यालय को दिया है. इससे पहले कल 12 विधायकों पर कारवाई करने का आवेदन दी गयी थी. अब कुल मिलाकर 16 बागी विधायकों पर कारवाई करने के उपसभापति को पत्र दिया गयी है. शिवसेना की लीगल टीम विधानभवन पहुंची थी
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एकनाथ गुट ने कहा, हम असली शिवसेना, हमें मिले मान्यता
संजय राउत के रुख पर जवाब देते हुए बागी विधायक दीपक केसरकर ने कहा कि जब एक पार्टी के दो तिहाई से ज्यादा नेता अलग गुट का दावा करते हैं तो फिर उन्हें मान्यता मिलनी चाहिए. विधानसभा के डिप्टी स्पीकर को हमसे बात करनी चाहिए और हम शक्ति प्रदर्शन के लिए तैयार हैं. गुवाहाटी में बैठे होने को लेकर विधायक ने कहा कि हमें जब भी विधानसभा के डिप्टी स्पीकर बुलायेंगे हम लौट आयेंगे. हम पर दबाव बनाते हुए वे कह रहे हैं कि हम सड़क पर उतरेंगे. यह धमकी देने की मानसिकता है. कहा कि उनके कार्यकर्ता विधायकों को घेरते हैं, उनके पीछे अपनी गाड़ियां लगा देते हैं.
एकनाथ शिंदे को नेता माना गया है, वे जो फैसला लेंगे, उसे हम मानेंगे
उन्होंने कहा कि हम इसलिए मुंबई से भागकर यहां आये हैं क्योंकि वे हमें धमकियां देते हैं. गाड़ियों को घेरते हैं. मेरे अंदर साहस है, इसलिए मैं उनके मुकाबले खड़ा हो जाता हूं, लेकिन अन्य लोगों का क्या है. यदि हम शिवाजी की बात करते हैं तो उन्होंने महिलाओं की रक्षा की थी. अब ये कहते हैं कि हम सड़क पर उतर जायेंगे. क्या वे महिला विधायकों को धमकाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमारी ओर से एकनाथ शिंदे को नेता माना गया है, वे जो फैसला लेंगे. उसे हम मानेंगे.
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