NewDelhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 मार्च, मंगलवार शाम 5 बजे श्रीमद्भागवत की पांडुलिपि के 11 खंडों का लोकार्पण करेंगे. इसकी व्याख्या 21 विद्धानों ने की है. यह कार्यक्रम पीएम आवास पर होगा. इस मौके पर जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा और डॉ करण सिंह भी मौजूद रहेंगे.
जानकारी के अनुसार धर्मार्थ ट्रस्ट ने इसका प्रकाशन किया है. इसे शंकर भाष्य से लेकर भाष्यानुवाद तक असामान्य रूप से विविध भारतीय हस्तलिपि में लिखा गया है. डॉ करण सिंह, जम्मू कश्मीर के इस न्यास के न्यासी अध्यक्ष हैं.
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21 विद्वानों ने भगवद् गीता के श्लोकों की व्याख्या की है
पीएमओ की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया है कि इन पांडुलिपियों में 21 विद्वानों ने भगवद् गीता के श्लोकों की व्याख्या की है. जान लें कि सामान्य तौर पर श्रीमद्भागवत के साथ पाठ को एकल व्याख्या के साथ प्रस्तुत किया जाता है. पहली बार विद्वानों द्वारा बनाई गयी व्याख्या को प्रमुख टिप्पणियों को श्रीमद्भगवद्गीता की व्यापक और तुलनात्मक प्रशंसा प्राप्त करने के लिए एक साथ लाया जा रहा है.