LagatarDesk : पेट्रोल-डीजल के साथ एलपीजी सिलेंडर के दाम में लगातार बढ़ोतरी जारी है. इसी बीच पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एक बड़ा बयान दिया है. पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि पिछले सात सालों में रसोई गैस की कीमतें दोगुनी हो गयी है. वहीं केंद्र सरकार पेट्रोल-डीजल पर लगातार टैक्स में वृद्धि कर रही है.
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सात सालों में टैक्स कलेक्शन में 459 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है. लोकसभा में तेल की बढ़ती कीमतों पर पूछे गये सवालों के जवाब में धर्मेंद्र प्रधान ने ये कहा है. उन्होंने कहा कि 1 मार्च 2014 को रसोई गैस की कीमत 410.5 रुपये थी. इस महीने रसोई सिलेंडर का भाव 819 रुपये हो गया है.
इसे भी पढ़े :बाबूलाल की याचिका पर विधानसभा ने कोर्ट से मांगा समय, अगली सुनवाई 6 अप्रैल को
सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां तय करती हैं कीमत
प्रधान ने कहा कि पेट्रोल-डीजल की कीमतें मार्केट के आधार पर तय की जाती है. 2014 के बाद से सरकारी ऑयल मार्केटिंग कंपनियां अंतराष्ट्रीय प्रोडक्ट की कीमतें, एक्सचेंज रेट, टैक्स स्ट्रक्चर, इनलैंड फ्रेट और अन्य लागत तत्वों के आधार पर पेट्रोल-डीजल के दाम तय करती हैं.
इसे भी पढ़े :लगातार दूसरे दिन शेयर बाजार में उछाल, सेंसेक्स 550 अंक मजबूत, निफ्टी 15100 के पार
केरोसिन पर सब्सिडी को किया समाप्त
पिछले कुछ वर्ष पहले सरकार ने पीडीएस केरोसिन पर सब्सिडी को समाप्त कर दिया. प्रधान ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में घरेलू सब्सिडाइज्ड LPG की कीमतें बढ़ायी गयी है. दिसंबर 2020 में इसकी कीमत 594 रुपये प्रति सिलेंडर थी. और अब इसकी कीमत 819 रुपये हो गयी है.
इसे भी पढ़े :वित्त वर्ष 2020-21 में बढ़ सकता है भारतीय बैंकों पर बैड लोन का दबाव : फिच रिपोर्ट
केरोसिन के दाम में भारी उछाल
सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के जरिये गरीबों को बेचा गया केरोसिन का दाम मार्च 2014 में 14.96 प्रति लीटर था. जो अब बढ़कर 35.35 हो गया है. पेट्रोल-डीजल की कीमतें देशभर में उच्च स्तर है. VAT के आधार पर कीमतें अलग-अलग राज्यों में विभिन्न है. फिलहाल दिल्ली में पेट्रोल का भाव 91.17 रुपये प्रति लीटर और डीजल का दाम 81.47 रुपये प्रति लीटर है.
इसे भी पढ़े :ट्रक चोरी के शक में युवक की पीट-पीटकर हत्या मामला, SSP ने दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मी को किया निलंबित
कितना हुआ टैक्स कलेक्शन
प्रधान ने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर भारी टैक्स के कारण 2013 में टैक्स कलेक्शन 52,537 करोड़ रुपये रहा, जो 2019-20 में बढ़कर 2.13 लाख करोड़ रुपये हो गया. वहीं चालू वित्त वर्ष के पहले 11 महीने में कलेक्शन बढ़कर 2.94 लाख करोड़ रुपये हो गया.
इसे भी पढ़े :Aly Goni और Jasmin Bhasin ने पहली बार शेयर किया स्क्रीन, रिलीज हुआ नया वीडियो सॉन्ग
केंद्र सरकार कितना वसूलती एक्साइज ड्यूटी
वर्तमान में सरकार पेट्रोल पर 32.90 रुपये और 31.80 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लेती है. उन्होंने कहा कि 2018 में पेट्रोल पर 17.97 रुपये और डीजल पर 13.83 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लिया जाता था.
2 साल में नौ बार बढ़ाया गया एक्साइज ड्यूटी
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि नवंबर 2014 और जनवरी 2016 के बीच सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 9 बार एक्साइज ड्यूटी में बढ़ोतरी की. कुल मिलाकर उन 15 महीनों में पेट्रोल-डीजल पर ड्यूटी क्रमश: 11.77 रुपये और 13.47 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गयी है.
3 महीने के अंतराल में 13 रुपये बढ़ाया गया एक्साइज ड्यूटी
वहीं सरकार ने अक्टूबर 2017 में एक्साइज ड्यूटी में 1.50 रुपये की कटौती की थी. लेकिन जुलाई 2019 में एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये प्रति लीटर का इजाफा किया. फिर मार्च 2020 में एक्साइज ड्यूटी में 3 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की. उसी साल मई में सरकार ने पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 10 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 प्रति लीटर की बढ़ोतरी की.
इसे भी पढ़े :मरीज की मौत के बाद सत्यम अस्पताल में हंगामा, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप