Chaibasa (Sukesh Kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय के पीजी विभाग व विभिन्न अंगीभूत कॉलेजों में घंटी आधारित 14 शिक्षकों का टर्मिनेट होना लगभग तय है. ये शिक्षक पॉलिटिकल साइंस, हिंदी, इतिहास और कॉमर्स विषय के हैं. हालांकि जेपीएससी के तहत उक्त विषय पर जल्द ही बहाली की जाएगी, जिसके बाद घंटी आधारित शिक्षक स्वतः ही हट जाएंगे. इसमें कई शिक्षक ऐसे भी हैं जो फिलहाल कॉलेजों में कार्यरत हैं, लेकिन बैकलॉग के तहत उन सभी की बहाली होगी. इसमें पीजी विभाग, टाटा कॉलेज, को ऑपरेटिव कॉलेज, ग्रेजुएट कॉलेज व काशी साहू कॉलेज के सबसे अधिक शिक्षक है, जहां से हटाए जाने की संभावना है.
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शर्त के आधार पर की गई थी घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली
मालूम हो कि कोल्हान विश्वविद्यालय की ओर से घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली शर्त के आधार पर की गई थी. इसमें घंटी आधारित शिक्षकों ने एग्रीमेंट किया था कि यदि सरकार की ओर से बहाली की जाती है तो स्वतः ही घंटी आधारित शिक्षक हट जाएंगे. ऐसे में एग्रीमेंट के तहत अब शिक्षकों को मजबूरन हटना होगा. सरकार की ओर से पहले भी कई विषयों की बहाली हो चुकी है, अब दोबारा बाकी विषय की बहाली होगी. इसमें शिक्षकों को रोस्टर के तहत कॉलेजों में भेजा जाएगा. यदि रोस्टर से अधिक शिक्षक होंगे तो उसे हटा दिया जाएगा.
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तीन साल तक कार्यरत होने के बाद भी हटाने पर शिक्षकों में आक्रोश
वहीं, सरकार की ओर से इस तरह नियम के तहत बहाली को लेकर घंटी आधारित शिक्षक भी आक्रोश में हैं. उन शिक्षकों का मानना है कि तीन साल तक कार्यरत होने के बावजूद भी अब उन्हें हटा दिया जा रहा है. उनके मुताबिक यदि लगातार तीन साल तक कार्य है तो घंटी आधारित शिक्षकों को ही पढ़ाने का मौका देना चाहिए. कॉलेजों की ओर से भेजे गए रोस्टर को अब तक स्वीकृति नहीं मिली है. इसमें अधिकतर कॉलेजों में शिक्षकों की संख्या बढ़ाई गई है. पुराने रोस्टर के तहत ही बहाली हो रही है, जो गलत है.
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बहाली प्रक्रिया में कोल्हान विश्वविद्यालय का किसी तरह का दोष नहीं : डॉ. पीके पाणी
इस संबंध में कोल्हान विश्वविद्यालय के प्रवक्ता डॉ. पीके पाणी ने कहा कि घंटी आधारित शिक्षकों की बहाली एग्रीमेंट के तहत की गई है. जेपीएससी की ओर से बहाली होगी तो घंटी आधारित शिक्षक स्वतः ही हट जाएंगे. सरकार के नियमानुसार ही पहली प्रक्रिया को शुरू किया गया था. इसमें कोल्हान विश्वविद्यालय का किसी तरह का दोष नहीं है. बाकी विषय की बहाली जल्द ही होगी, अब कई शिक्षक हटा दिए जाएंगे.
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