Kharsawan : नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक विनोद कुमार बिष्ट ने गुरूवार को कुचाई प्रखंड स्थित चम्पद गांव में नाबार्ड द्वारा वित्त प्रदत वनोपज के प्रसंस्करण हेतु एलईडीपी परियोजना का उदघाटन किया. सीजीएम ने बताया कि इस एलईडीपी परियोजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह की 80 महिलाओं और संयुक्त देयता समूह के 10 पुरुषों को चिरौंजी, इमली और हल्दी के प्रसंस्करण पर प्रशिक्षण के साथ-साथ लघु प्रसंस्करण इकाई की स्थापना हेतु आवश्यक मशीन भी नाबार्ड द्वारा उपलब्ध करवाया जा रहा है. उचित प्रशिक्षण, प्रसंस्करण इकाई और विपणन सुविधाओं के आभाव में इस क्षेत्र के लोग चिरौंजी समेत अन्य वनोपज को ओने पौने दाम पर बिचौलियों को बेचने के लिए मजबूर हैं.
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डीडीसी ने की नवार्ड के प्रयास की सराहना
सरायकेला-खरसावां के उप विकास आयुक्त प्रवीण गागराई ने बताया कि वनोपाज की सही तरीके से प्रसंस्करण, ब्रांडिंग और मार्केटिंग की सुविधा उपलब्ध होने से इस क्षेत्र के ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में सकारात्मक बदलाव आएगा. इसके लिए उन्होंने नाबार्ड के प्रयास की सराहना की. जिला विकास प्रबंधक, नाबार्ड सिद्धार्थ शंकर ने बताया कि कुचाई प्रखंड विभिन्न प्रकार के वनोपजो से समृद्ध है और आने वाले वक्त में इन वनोपजो के वृहत्तर प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन हेतु उत्पादक संगठन के निर्माण हेतु संभावनाओं की तलाश की जाएगी.
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ये थे उपस्थित
एजीएम नाबार्ड शिवानी मोहन, एलडीएम वीरेंद्र कुमार शीट, एलडीएम, कुचाई की बीडीओ सुजाता कुजूर, डीपीएम जेएसएलपीएस शैलेन्द्र जारिका समेत वन विभाग, डीआईसी के अधिकारी समेत सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे.