Jamshedpur (Ashok kumar) : एसएसपी ऑफिस में ड्यूटी करने वाली महिला सिपाही सविता हेंब्रम (34), उसकी मां लखिया मुर्मू (70) और बेटी गीता (14) की हत्या के मामले में पुलिस टीम ने सविता के रिश्ते का देवर को गम्हरिया से ही देर रात गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद वह कोवाली आवास पर रह रहा था, लेकिन जब उसे पता चला कि पुलिस को घटना की जानकारी मिल गयी है तब वह गम्हरिया की तरफ चला गया था. मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. हालाकि मामले का खुलासा अभी तक पुलिस ने नहीं किया है.
![](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2022/07/bav.jpeg?resize=600%2C400&ssl=1)
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर: महिला से दुष्कर्म का प्रयास करनेवाले कंचन को दो साल की सजा
पुलिस आरोपी से कर रही है पूछताछ
देवर की गिरफ्तारी के बाद पुलिस आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस उससे मामले से जुड़ी कहानी को भी जानने की कोशिश कर रही है. हो सकता है कि पूछताछ के बाद पुलिस शनिवार तक मामले का खुलासा कर दे.
पुलिस लाइन के फ्लैट में सविता के साथ रहता था देवर
गिरफ्तार देवर के बारे में सविता के परिवार के लोगों ने बताया कि वह फ्लैट में साथ में रहता था. सविता की बहन ने बताया कि वह अपनी बहन से मिलने 15 दिनों पूर्व फ्लैट में आयी हुयी थी, लेकिन तब देवर को नहीं देखा था.
![](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2022/07/ssss.jpeg?resize=600%2C400&ssl=1)
पलंग से बरामद हुआ सविता का शव
सविता के शव को पुलिस ने गोलमुरी पुलिस लाइन के फ्लैट नंबर जे 5, ब्लॉक नंबर 2 के भीतर पलंग से बरामद किया है. इसी तरह से गीता और उसकी मां का शव फर्श पर पड़ा हुआ था. सभी शव खून से लतपथ अवस्था में था. फ्लैट के भीतर से दुर्गंध आने के कारण फ्लैट के लोग बाहर निकल गये थे.
फॉरेंसिक टीम के आने के बाद शव को भेजा पोस्टमार्टम
फॉरेंसिक टीम के आने के बाद पूरे मामले की जांच की गयी और सैंपल लिया गया. उसके बाद शव को फ्लैट से बाहर निकालकर दो गाड़ियों में रखकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया. जब शव को बाहर निकाला जा रहा था तब फ्लैट के लोगों की आंखें नम थी.
19 जुलाई से रिसिव नहीं हो रहा था मोबाइल
सविता के परिवार के अन्य सदस्यों ने जब 19 जुलाई को उसकी मोबाइल पर फोन किया तब रिसिव नहीं हो रहा था. इस कारण से वे परेशान थे. 20 जुलाई को वे पुलिस ऑफिस में भी इसकी शिकायत लेकर गये थे. मामले को एसएसपी प्रभात कुमार ने भी गंभीरता से लिया था. उन्होंने मेजर को इसकी जानकारी देकर फ्लैट की तरफ जाने को कहा था. इस दौरान फ्लैट से बू आने के कारण एसएसपी की मौजूदगी में ही 21 जुलाई की रात दरवाजे को तोड़ा गया था. इस बीच देखा गया है महिला सिपाही, उसकी बेटी और मां का शव पड़ा हुआ है. सविता की बहन रानो मार्डी के कारण ही पुलिस रिश्ते के देवर को दबोच पाने में सफल हुई है.
इसे भी पढ़ें : सीरियल क्राइम में डॉन की तरह उभरा था परमजीत गैंग का पंकज दुबे