- शोक प्रकाश के बाद स्पीकर ने सोमवार सुबह 11 बजे तक स्थगित की सदन की कार्यवाही
- सदन की ओर से स्पीकर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को दी बधाई
- गंभीर विषयों पर तार्किक चर्चा का मंच प्रदान करती हैं विधानसभा की समितियां- स्पीकर
Ranchi : झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र के पहले दिन कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति को लेकर दिये बयान पर सदन के अंदर और बाहर विपक्ष ने विरोध किया. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले भाजपा विधायकों ने गेट के बाहर हाथों में तख्तियां लेकर धरना दिया. विधायकों ने कहा कि देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपमानित करने वाली सोनिया गांधी और राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए वहीं 11.05 में विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद भाजपा विधायक अपनी सीट पर खड़े हो गये और अधीर रंजन के बयान का विरोध करने लगे.
भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की संरक्षक बनेंगी द्रौपदी मुर्मू- स्पीकर
सदन में विपक्ष के विरोध के बीच स्पीकर ने अपना प्रांरभिक वक्तव्य शुरू किया. उन्होंने सबसे पहले द्रौपदी मुर्मू को 15वां राष्ट्रपति चुने जाने के लिए बधाई दिया. कहा मेरा विश्वास है कि राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों की संरक्षक और जनजातीय उत्थान की प्रणेता बनेंगी. उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य प्रणाली में समिति व्यवस्था बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. ये समितियां विधानसभा का एक लघु रूप हैं, जो गंभीर विषयों पर तार्किक चर्चा के लिए विधानसभा को प्रभावी माध्यम का एक मंच प्रदान करती है. 2022-23 के लिए कुल 24 समितियों का सृजन किया गया है. उम्मीद है कि इन समितियों के माध्यम से झारखंड के अंतिम पंक्ति में खड़े प्रत्येक व्यक्ति का सर्वांगीण विकास होगा.
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अपनी चर्चा में किसान भाइयों के दर्द को भी शामिल करना होगा
स्पीकर ने कहा कि मॉनसून में हमारे राज्य में अबतक करीब 40 फीसदी कम बारिश हुई है. आज जब हम राज्य के इस सबसे बड़ी पंचायत में बैठकर राज्य के अलग-अलग विषयों पर चर्चा करेंगे तो हमें अपनी चर्चाओं में अपने किसान भाइयों के दर्द को भी शामिल करना होगा, ताकि उनके दुखों का सार्थक हल इस सदन के माध्यम से निकाला जा सके. उन्होंने विधानसभा की कार्य संचालन नियमावली के तहत सभापतियों की घोषणा की, कार्य मंत्रणा समिति का गठन किया और विशेष आमंत्रित सदस्यों के नाम की घोषणा की. फिर शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
सदन में पढ़ा गया शोक प्रकाश
सीएम हेमंत सोरेन, भाजपा के सचेतक बिरंची नारायण, संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम, प्रदीप यादव, सुदेश महतो, सत्यानंद भोक्ता, विनोद कुमार सिंह, अमित यादव, सरयू राय और स्पीकर रविंद्रनाथ महतो ने शोक प्रस्ताव पढ़ा. पिछले सत्र से इस सत्र के बीच जिन विभूतियों का निधन हुआ, उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. झारखंड के पूर्व राज्यपाल के शंकर नारायणन, पूर्व मंत्री रमई राम, पूर्व सांसद सोम मरांडी, पूर्व मंत्री यदुनाथ बास्के, पूर्व विधायक प्रशांत कुमार, पूर्व विधायक शिवा महतो, पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम, पूर्व सांसद नवल किशोर राय, पूर्व विधायक डॉ रविंद्र कुमार राणा, पूर्व मंत्री रामदेव सिंह यादव, पूर्व विधायक रामाश्रय ईश्वर, पूर्व विधायक त्रिभुवन सिंह, पूर्व मंत्री योगेंद्र पांडेय समेत उन तमाम विभूतियों को श्रद्धांजलि दी गई, जिनका निधन पिछले सत्र से इस सत्र के बीच हुआ.
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